नई दिल्ली: Semicon India 2025 में वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग के नेताओं ने भारत की तेजी से बढ़ती भूमिका को सराहा। इस दौरान भारत के प्रतिभाशाली इंजीनियर, सरकारी समर्थन और बढ़ते निवेश प्रतिबद्धताओं को हाइलाइट किया गया।
Lam Research के प्रेसिडेंट और CEO टिम आर्चर ने कहा कि वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग जल्द ही USD 1 ट्रिलियन मार्क तक पहुँचने वाला है और भारत इस यात्रा में एक प्रमुख साझेदार के रूप में उभर रहा है। उन्होंने बताया कि Lam ने भारत में 25 साल से अपनी उपस्थिति बनाए रखी है और अब भारत का इंजीनियरिंग केंद्र सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर सेवाओं से विकसित होकर महत्वपूर्ण डेवलपमेंट हब बन गया है। आर्चर ने भारत को अपने वैश्विक सप्लाई चेन में एक मजबूत हिस्सा बनाने के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला।
Merck के कार्यकारी बोर्ड सदस्य काई बेकमैन ने कहा कि भारत के सेमीकंडक्टर सेक्टर में Tata Electronics, Micron और PowerChip जैसे प्रमुख खिलाड़ी नए फैब्स में निवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “भारत का स्थानीय सेमीकंडक्टर बाजार 2030 तक USD 100 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान है।” बेकमैन ने सहयोग की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि सेमीकंडक्टर उद्योग एक टीम स्पोर्ट है और केवल सामूहिक प्रयास से सफलता मिल सकती है।
AMD के CTO मार्क पेपरमास्टर ने भारत में AMD की प्रतिबद्धताओं का जिक्र किया, जिसमें 400 मिलियन USD निवेश शामिल है। उन्होंने कहा कि भारत ने CPU, GPU, एडाप्टिव कंप्यूटिंग और एंबेडेड डिवाइस विकास में AMD के ग्लोबल नेटवर्क का अहम हिस्सा बन गया है। पेपरमास्टर ने भारत की मजबूत R&D आधार और 20 साल से अधिक निवेश किए गए टैलेंट पूल की सराहना की और इसे वैश्विक सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में भारत की बढ़ती भूमिका का कारण बताया।
Semicon India 2025 में उद्योग नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि भारत केवल उभरता बाजार नहीं बल्कि वैश्विक नवाचार का महत्वपूर्ण एनेबलर भी बन रहा है। प्रतिभा, सरकारी सहयोग और निवेश के मिश्रण से भारत तेजी से वैश्विक सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम का केंद्र बनता जा रहा है।