PM Modi Japan China Visit 2025. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से अपनी महत्वपूर्ण विदेश यात्रा पर निकल रहे हैं। यात्रा की शुरुआत जापान से होगी, जहाँ वह 29 और 30 अगस्त को रहेंगे। जापान दौरे के बाद मोदी सीधे चीन जाएंगे, जहाँ 31 अगस्त और 1 सितंबर को वह तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
शी जिनपिंग से द्विपक्षीय बैठक
रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम मोदी 31 अगस्त को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। यह मोदी की सात साल बाद चीन यात्रा है। इसके अलावा, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी संभावित द्विपक्षीय बैठक 1 सितंबर को हो सकती है।
SCO शिखर सम्मेलन का महत्व
इस शिखर सम्मेलन में 20 से अधिक विश्व नेता भाग लेंगे। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस अवसर पर क्षेत्रीय सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा के लिए दुनिया के नेताओं की मेजबानी करेंगे। सम्मेलन को ग्लोबल साउथ की एकता और सहयोग का मंच माना जा रहा है।
विशेष बात यह है कि इस बैठक में पीएम मोदी, शी जिनपिंग और पुतिन की तिकड़ी एक साथ बैठने वाली है। मोदी आखिरी बार इन्हें रूस के कजान में BRICS शिखर सम्मेलन में मिले थे, जब पश्चिमी देशों ने यूक्रेन युद्ध के कारण पुतिन से दूरी बनाए रखी थी।
इतिहास की सबसे बड़ी SCO बैठक
चीनी विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस साल की बैठक SCO के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी होगी। 2001 में स्थापना के समय केवल छह यूरेशियाई देशों तक सीमित संगठन अब 10 स्थायी सदस्य और 16 संवाद/पर्यवेक्षक राष्ट्रों तक विस्तारित हो चुका है। अब SCO का जनादेश केवल सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी तक सीमित नहीं, बल्कि आर्थिक, रणनीतिक और सैन्य सहयोग को भी शामिल करता है।
संदर्भ और रणनीतिक मायने
पीएम मोदी की यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब भारत-चीन संबंध 2020 के गलवान संघर्ष के बाद धीरे-धीरे सुधर रहे हैं। साथ ही, डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों के कारण भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव है। SCO मंच पर भारत, चीन और रूस के नेताओं की भागीदारी ग्लोबल साउथ की एकजुटता को दिखाने का अवसर है।