New Delhi : भारत के पीसी मार्केट में HP ने अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखते हुए PLI 2.0 योजना के तहत देश में मैन्युफैक्चरिंग को दोगुना करने की घोषणा की है। कंपनी अगले कुछ वर्षों में उत्पादन क्षमता को करीब 35% तक बढ़ाने का लक्ष्य रख रही है।
भारत का पीसी मार्केट
इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन (IDC) के अनुसार, Q1 2025 में भारत में पारंपरिक पीसी मार्केट 8.1% सालाना वृद्धि के साथ बढ़ा, जिसमें कुल 33 लाख यूनिट शिप हुईं। HP ने इस दौरान 29.1% मार्केट शेयर के साथ नेतृत्व बनाए रखा और शिपमेंट्स में 4.6% की वृद्धि दर्ज की।
PLI 2.0 योजना और उत्पादन विस्तार
HP इंडिया, बांग्लादेश और श्रीलंका की SVP और MD, Ipsita Dasgupta के अनुसार, कंपनी ने PLI 2.0 के तहत Dixon Technologies के साथ मिलकर उत्पादन शुरू किया है। पहले वर्ष में उत्पादन क्षमता को 6% से बढ़ाकर 13% कर दिया गया है और अगले 4-5 वर्षों में इसे 35% तक ले जाने का लक्ष्य है।
एमएसएमई और टियर-II, III शहरों में विस्तार
कंपनी का जोर टियर-II और III शहरों में बढ़ती मांग को पूरा करने और MSME सेक्टर पर केंद्रित है, जो पहले ही उनके वाणिज्यिक व्यवसाय का 30% हिस्सा है। HP ने MSMEs के लिए HP Connect स्टोर खोले हैं, जो कस्टमाइज्ड तकनीकी समाधान और प्रोडक्ट डेमो उपलब्ध कराते हैं।
AI पीसी और तकनीकी नवाचार
HP ने AI पीसी के क्षेत्र में भी तेज़ी से विस्तार किया है। पिछली छह महीनों में, AI पीसी की बिक्री 5% से बढ़कर 25% हो गई। कंपनी का अनुमान है कि 2029 तक 90% पीसी मार्केट AI आधारित हो जाएगी। MSME के लिए AI अपनाने को सरल बनाने के लिए HP और CII ने मिलकर 20 शहरों में 7,000 से अधिक MSMEs को AI प्रशिक्षण दिया।
रियल एस्टेट और बाजार पर प्रभाव
नई कनेक्टिविटी और उत्पादन विस्तार के कारण नोएडा, द्वारका, नजफगढ़ और बहादुरगढ़ जैसे क्षेत्रों में रियल एस्टेट की मांग बढ़ने की संभावना है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगले 2 वर्षों में आवासीय कीमतें 25-40% तक बढ़ सकती हैं, जबकि लॉजिस्टिक हब और वाणिज्यिक स्पेस की कीमतें 18 महीनों में 20-30% तक बढ़ सकती हैं।
प्रिंटिंग और अन्य तकनीकी समाधान
HP का पोर्टफोलियो PCs, प्रिंट और कोलैबोरेटिव उपकरणों जैसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग डिवाइस, हेडसेट और पेरिफेरल्स में फैला है। भारत में प्रिंटिंग की आदत कम होने के कारण कंपनी प्रिंट शॉप्स को डिजिटल समाधान और प्राइवेसी सुरक्षा प्रदान कर रही है।