Uttarkashi flood 2025. चारधाम यात्रा के प्रमुख पड़ावों में से एक धराली गांव में खीर गंगा नदी में आई अचानक बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। स्थानीय लोगों और अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस बाढ़ में अब तक करीब 20 से 25 होटल और होमस्टे पूरी तरह तबाह हो चुके हैं। साथ ही 10 से 12 मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है और भय का माहौल बना हुआ है।
बादल फटने की आशंका, जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह बाढ़ अचानक खीर गंगा नदी में तेज जलप्रवाह के रूप में आई। उन्होंने आशंका जताई कि खीर गंगा के जलग्रहण क्षेत्र के ऊपरी हिस्से में बादल फटा होगा, जिससे नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया और यह तबाही हुई। पहाड़ से आए तेज बहाव और मलबे ने होटल, दुकानें, और घरों को बहा दिया है।
तबाही का दृश्य भयावह, SDRF और प्रशासन मौके पर
बाढ़ के चलते धराली गांव में चारों ओर मलबा फैल गया है। कई सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें तत्काल राहत एवं बचाव कार्यों में जुट गई हैं। हर्षिल पुलिस ने गांव के आसपास के क्षेत्रों को खाली कराना शुरू कर दिया है, ताकि किसी और बड़े हादसे से बचा जा सके। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के लिए फिर से भारी बारिश की चेतावनी दी है।
मजदूरों के लापता होने की आशंका
बाढ़ की चपेट में आए कई होटलों में मजदूरों के कार्यरत होने की जानकारी सामने आ रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जिन होटलों में ये मजदूर रुके हुए थे, वे पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं और वहां से किसी के निकलने की सूचना नहीं मिली है। प्रशासन ने मलबा हटाने के लिए मशीनें मंगाई हैं, लेकिन लगातार बारिश और खराब मौसम के कारण राहत कार्यों में दिक्कत आ रही है।
यात्रियों से एहतियात बरतने की अपील
प्रशासन ने गंगोत्री धाम की यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अपील की है कि वे खराब मौसम को देखते हुए पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा टालें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें। खासकर धराली, हर्षिल और आसपास के क्षेत्रों में लोगों से आग्रह किया गया है कि वे नदी किनारे न जाएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।