UPI Digital Payments 2025. Equirus Securities की रिपोर्ट के अनुसार, जून 2025 में डिजिटल पेमेंट्स का कुल मूल्य 9.1 ट्रिलियन तक पहुंचा, जिसमें UPI के जरिए पर्सन-टू-मर्चेंट (P2M) ट्रांजैक्शंस का योगदान 74.5% रहा। अकेले UPI-P2M में 22% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई और यह 6.8 ट्रिलियन तक पहुंच गया। रिपोर्ट के मुताबिक, UPI-P2M लेनदेन में करीब दो-तिहाई ट्रांजैक्शन 2,000 से अधिक मूल्य के रहे।
क्रेडिट कार्ड खर्च में जबरदस्त उछाल
क्रेडिट कार्ड्स से खर्च में 15% का इजाफा हुआ और यह 1.8 ट्रिलियन तक पहुंच गया। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर कुल क्रेडिट कार्ड खर्च का 63.1% हिस्सा दर्ज किया गया। एक कार्ड से औसतन 10,400 हर महीने ऑनलाइन खर्च किया गया, जबकि POS टर्मिनल्स पर औसत खर्च 6,100 रहा।
डेबिट कार्ड का इस्तेमाल घटा
जहां क्रेडिट कार्ड और UPI का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, वहीं डेबिट कार्ड से खर्च ₹35,300 करोड़ रहा, जो पिछले साल की तुलना में 14% कम है।
बैंकों की स्थिति
HDFC बैंक कार्ड जारी करने और खर्च दोनों मामलों में अव्वल रहा। HDFC का मार्केट शेयर कार्ड्स इन फोर्स में 22% और खर्च में 27.9% रहा। जून में बैंक ने 2.13 लाख नए कार्ड जोड़े, वहीं YTD आधार पर कुल 13.1 लाख नए कार्ड जोड़े गए। अन्य प्रमुख बैंक Yes Bank, Federal Bank, SBI Card और IDFC First Bank रहे।
सरकार की पहल
लोकसभा में हाल ही में दी गई जानकारी के अनुसार, वित्त वर्ष 2020 से 2025 के बीच भारत में 65,000 करोड़ से अधिक डिजिटल ट्रांजैक्शंस दर्ज किए गए। इनका कुल मूल्य 12,000 लाख करोड़ से अधिक रहा। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने बताया कि सरकार डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा देने के लिए RBI, NPCI, फिनटेक कंपनियों, बैंकों और राज्य सरकारों के साथ मिलकर विशेष रूप से टियर-2 और टियर-3 शहरों में काम कर रही है।