Trump Tariffs India: भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों में एक बार फिर से तनाव देखने को मिल रहा है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत पर बड़ा आर्थिक वार करते हुए ऐलान किया है कि 1 अगस्त से भारतीय सामानों पर 25 फीसदी टैरिफ और एक पेनल्टी लागू की जाएगी। इस खबर का असर भारतीय शेयर बाजार पर साफ तौर पर देखा जा सकता है। गुरुवार सुबह गिफ्ट निफ्टी 170 अंकों की गिरावट के साथ 24,684 पर पहुंच गया, जो साफ संकेत देता है कि बाजार की शुरुआत कमजोर रहने वाली है।
किन सेक्टरों पर पड़ेगा ज्यादा असर?
विशेषज्ञों के मुताबिक, ट्रम्प के इस ऐलान से सबसे ज्यादा असर उन सेक्टरों पर पड़ेगा जो अमेरिका को अपना माल निर्यात करते हैं। बाजार विशेषज्ञ अंबरीश बलिगा का कहना है कि ऑटो कंपोनेंट बनाने वाली कंपनियां, टेक्सटाइल इंडस्ट्री, मेटल सेक्टर और फार्मा कंपनियां इस फैसले से सबसे अधिक प्रभावित होंगी। अमेरिका भारत के प्रमुख व्यापारिक साझेदारों में से एक है और ऐसे में इस फैसले ने पहले से ही सतर्क बैठे निवेशकों के बीच चिंता की लहर दौड़ा दी है। विश्लेषकों को उम्मीद है कि कम से कम शॉर्ट टर्म में अमेरिका के साथ होने वाले व्यापार में सुस्ती देखने को मिलेगी, जिसका असर स्टॉक मार्केट की चाल पर भी पड़ेगा।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का हाल
वहीं अगर नजर डालें अमेरिकी और एशियाई बाजारों की हालत पर, तो यूएस फेडरल रिजर्व की हालिया बैठक में ब्याज दरें स्थिर रखी गईं। 4.25 से 4.5 फीसदी के बीच। इसके बावजूद अमेरिकी बाजार में मिला-जुला रुख रहा। डॉव जोन्स 0.4% की गिरावट के साथ बंद हुआ, S&P 500 में 0.1% की गिरावट रही, जबकि नैस्डैक कंपोजिट 0.2% की तेजी के साथ हरे निशान पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों की बात करें तो वहां भी मिलाजुला ट्रेंड देखने को मिला। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 299 अंकों की बढ़त के साथ 40,953.71 पर पहुंच गया, जबकि साउथ कोरिया का कॉस्पी इंडेक्स 5.30 पॉइंट ऊपर जाकर 3,259.77 पर बंद हुआ। दूसरी ओर हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स 341.11 अंकों की गिरावट के साथ 24,835.82 पर आ गया, जबकि चीन का SSE कंपोजिट इंडेक्स भी 31.77 पॉइंट लुढ़ककर 3,583.95 पर बंद हुआ।
निवेशकों के लिए सलाह
बाजार में अनिश्चितता के इस दौर में निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे जल्दबाज़ी में कोई निर्णय न लें और किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। फिलहाल के लिए साफ है कि ट्रम्प के टैरिफ का भारतीय निर्यातक कंपनियों और निवेश धारकों पर तगड़ा असर पड़ सकता है।
(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम से भरा होता है। निवेश से पहले किसी प्रमाणित निवेश सलाहकार से सलाह अवश्य लें।)