देश में पिछले कई महीनों में ऐसी कई घटनाये हुई जिन्होंने देश को झकझोर कर रख दिया और मोदी सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया। इसी बीच संसद का मानसून सत्र कल यानी सोमवार से शुरू होने जा रहा है और इससे पहले ही विपक्ष ने मोदी सरकार को चारों ओर से घेरने की रणनीति तैयार कर ली है। इस बार सत्र का माहौल काफी गर्म और हंगामेदार होने वाला है। विपक्ष पहलगाम आतंकी हमले, बिहार में हो रहे वोटर सर्वे, ऑपरेशन सिंदूर, एयर इंडिया के विमान में खराबी और भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर उल्लंघन जैसे मुद्दों को जोरशोर से उठाने की तैयारी में है।
विपक्ष दलों का मानना है कि मोदी सरकार इन सभी संवेदशील मुद्दों पर जवाब देने से बच रही है और इस बार के सत्र में बीजेपी को हार हाल में कटघरें में खड़ा करना है। पहलगाम में जिन 3 आतंकियों ने 26 लोगों को मौत के घाट उतारा था उन आतंकियों की घटना के बाद अबतक पता नहीं लग सका। विपक्ष इन सभी मुद्दों को कर सरकार सवाल-जवाब करेगी और मोदी सरकार को सवालों के कटघरें में खड़ा करेगी। वहीं सरकार की ओर से इन मुद्दों को लेकर समन्वय बैठकें हो रही हैं ताकि सत्र में विपक्ष के वार का जवाब मजबूती से दिया जा सके।
पहलगाम की घटना ने देश की रक्षा पर उठाये सवाल
कश्मीर घाटी के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को एक चरमपंथी हमला हुआ। यह हमला पहलगाम बाज़ार से क़रीब छह किलोमीटर दूर बैसरन में हुआ। यहां पर 3 आतंकियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों को मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। फिलहाल इस घटना के कई महीने बीत जाने के बाद अबतक उन आतंकियों का कोई सुराख नहीं लगा।
बिहार में हो रहे वोटर सर्वे पर बवाल
बिहार में हो वोटर सर्वे पर बवाल मचा हुआ है। निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव से पहले घर-घर जाकर सत्यापन किया जा रहा है। इसपर विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी जानबूझकर चुनाव से पहले वोटर सर्वे करा रही जिससे की विपक्ष के वोटों को काटा जा सके और विपक्ष ने इसे जनाधिकारों का उल्लंघन बताया है और इसे सदन में उठाने की बात कही है।
ऑपरेशन सिंदूर पर विपक्ष का सवाल !
पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार ने पकिस्तान के खिलाफ आपरेशन सिंदूर लांच किया और पकिस्तान पर कड़ी कार्यवाही की और भारी नुक्सान की बात कही लेकिन विपक्ष लगातार उसपर सवाल उठाता रहा। फिलहाल इस सत्र में विपक्ष मोदी सरकार के आपरेशन सिंदूर पर कई सवाल पूछकर कटघरे में खड़ा करेगी।
एयर इंडिया विमान हादसा पर सरकार चुप !
12 जून को एक इतिहास दर्ज हो गया और देश में विमान हादसे की सबसे बड़ी घटना घटी। इस विमान हादसे में गुजरात के पूर्व सीएम समेत 260 से ज्यादा लोग मारे गए। अबतक जांच में कंपनी द्वारा हादसे का जिम्मेदार दोनों पायलट को माना गया है। विपक्ष का मानना है कि इस हादसे की जांच पारदर्शिता से जांच नहीं हुई और सरकार विमान कंपनी को बचा रही है। विपक्ष इस मुद्दों को सरकार के सामने रखकर मोदी सरकार को घेरने की तैयारी में है।
भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में घुसकर 9 आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की, उस समय भारतीय सेना सिर्फ पीओके तक सीमित नहीं रही, पाकिस्तान के अंदर घुसकर कई ठिकानों को निशाना बनाया। यह युध्य 4 दिन चला और पाक को भारी नुक्सान हुआ लेकिन जबतक भारतीय सेना आगे की कारवाई करती तबतक अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा दोनों देशो के बीच सीज फायर का ऐलान कर दिया और युध्य विराम हो गया। युध्य विराम होने के बाद विपक्ष लगातार मोदी सरकार से सवाल करता रहा कि की आखिर ऐसी क्या वजह हुई को कि भारत को अमेरिका के कहने पर सीजफायर माननी पड़ी। विपक्ष इस सवाल के जरिये मोदी सरकार को घेरने की तैयारी में है।
फिलहाल सोमवार यानि कि कल से मानसून सत्र की शुरुआत होगी। यह सत्र तब शुरू होने जा रहा है जब देश में कई बड़ी बड़ी घटनाये घटित हुई है। जिसका जवाब न तो जनता को मिला और न ही विपक्ष को मिला। अब देखना है कि मुद्दे बड़े है और सरकार कैसे इन संवेदनशील मुद्दों पर विपक्ष को जवाब देगा। यह सत्र ऐतिहासिक होगा और इस सत्र के दौरान उन सवालों के जवाब मिलने की उम्मीद है जिनका जनता और विपक्ष को बेसब्री से इंतजार है।