उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित बलरामपुर धर्मांतरण कांड में सोमवार को पीड़िताओं ने लखनऊ में एक प्रेस वार्ता कर कई चौंकाने वाले खुलासे किए। पीड़िताओं ने स्वयं को लंबे समय तक षड्यंत्र का शिकार बताते हुए आरोपी छांगुर बाबा और उसके गिरोह पर दुष्कर्म, धार्मिक नाम परिवर्तन, ब्लैकमेलिंग, धमकियों, और हत्या की कोशिश जैसे गंभीर आरोप लगाए।
पीड़िताओं के बयान में प्रमुख आरोप
“छांगुर बाबा ने हमें झूठ बोलकर फंसाया और बाबा का मुरीद बनने के लिए मजबूर किया।”
“हमारा नाम मस्जिद में बदलवाया गया और जब विरोध किया तो छांगुर के गुर्गों ने हमारी हत्या की कोशिश की।”
“हमारे साथ दुष्कर्म हुआ और अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया गया।”
“घर वापसी के बाद लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।”
“सऊदी अरब में छांगुर के हजारों एजेंट हैं, जो इस धर्मांतरण नेटवर्क को चला रहे हैं।”
सरकार से पीड़िताओं की मांग
पीड़ित महिलाओं ने योगी सरकार से सुरक्षा की गारंटी, आरोपी बाबा और उसके नेटवर्क के खिलाफ कड़ी कार्रवाई, तथा धर्मांतरण गिरोह की गहन जांच की मांग की है।
धर्मांतरण गिरोह का नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैला?
पीड़िताओं के अनुसार, छांगुर बाबा के संपर्क विदेशों में भी फैले हैं, विशेष रूप से सऊदी अरब में। आरोप है कि वहां मौजूद एजेंट भारत में फंडिंग और कट्टरपंथी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं।
एटीएस पहले से कर रही है जांच
गौरतलब है कि यूपी एटीएस इस पूरे मामले की जांच पहले से कर रही है। बीते साल बलरामपुर के मधुबन थाने में इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी और कई लोगों पर केस भी दर्ज है, जिनमें छांगुर के साथ-साथ नसरीन और महबूब जैसे सहयोगी भी शामिल हैं।