नई दिल्ली। भारत की अग्रणी कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki India Limited ने जून 2025 में कुल 1,67,993 वाहनों की बिक्री की है। इसमें घरेलू बाजार में 1,21,339 यूनिट, निर्यात में 37,842 यूनिट और अन्य वाहन निर्माताओं को 8,812 यूनिट की आपूर्ति शामिल है। इस महीने कंपनी का निर्यात अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचा, जो अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कंपनी की बढ़ती हिस्सेदारी को दर्शाता है।
घरेलू बिक्री में गिरावट, SUV और निर्यात से राहत
जून 2024 की तुलना में घरेलू बिक्री में गिरावट देखने को मिली है, जब यह आंकड़ा 1,39,918 यूनिट था। हालांकि, निर्यात में तेज़ बढ़त ने इस गिरावट की भरपाई की है। घरेलू स्तर पर कुल 1,18,906 यात्री वाहन और 2,433 हल्के वाणिज्यिक वाहन (Super Carry ब्रांड के तहत) बेचे गए।
प्रमुख बिक्री आंकड़े (जून 2025):–
जून महीने में कॉम्पैक्ट कारें (जैसे Baleno, Swift, WagonR, Dzire, Ignis, Celerio): 54,177 यूनिट, मिड-साइज सेडान (Ciaz): 1,028 यूनिट, उपयोगिता वाहन (जैसे Brezza, Fronx, Grand Vitara, Jimny, Ertiga, XL6, Invicto): 47,947 यूनिट, वैन (Eeco): 9,340 यूनिट, हल्के वाणिज्यिक वाहन (Super Carry): 2,433 यूनिट रहा है।
तिमाही बिक्री में मामूली बढ़त
अप्रैल-जून 2025 की तिमाही (Q1 FY26) में कुल 5,27,861 यूनिट्स की बिक्री हुई, जो पिछले साल की समान अवधि के 5,21,868 यूनिट्स से थोड़ी अधिक है। इसमें घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री 3,93,572 यूनिट और निर्यात 96,972 यूनिट रहा, जो पिछले साल की तुलना में निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है।
एंट्री-लेवल कारों की मांग में भारी गिरावट
कंपनी के कॉर्पोरेट मामलों के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी राहुल भारती ने कहा कि छोटी कारों की मांग में तेज गिरावट आई है। उनका कहना है, “पहले कारों की बिक्री देश की जीडीपी वृद्धि दर से डेढ़ गुना तेज़ी से बढ़ती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। एंट्री-लेवल कारें जो कभी मुख्य धारा का हिस्सा थीं, अब महंगाई और कड़े मानकों की वजह से ग्राहकों की पहुंच से बाहर हो गई हैं। 2019 से इस सेगमेंट की कीमतें 70 प्रतिशत तक बढ़ चुकी हैं और बिक्री उतनी ही गिर चुकी है।”
Maruti Suzuki की रणनीति अब बड़े वाहनों और निर्यात पर आधारित होती दिख रही है। जहां एक ओर घरेलू बाजार की मांग कमजोर बनी हुई है, वहीं SUV सेगमेंट और अंतरराष्ट्रीय बिक्री कंपनी की मजबूती को बनाए हुए हैं। आने वाले महीनों में यह ट्रेंड कंपनी के उत्पाद और रणनीति पर निर्भर करेगा।