दुनिया भर में आर्थिक मंदी का माहौल है, लेकिन भारत ने अपनी मज़बूत अर्थव्यवस्था से एक सशक्त संदेश दिया है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4) में भारत की GDP 7.4% की दर से बढ़ी है। यह वृद्धि सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से अधिक है। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 की GDP ग्रोथ 6.5% रही है, जो कि IMF के अनुसार वैश्विक औसत 3.1% से कहीं ज्यादा है।
लगातार तीसरे साल तेज़ ग्रोथ
कोविड महामारी के बाद भारत लगातार तीसरे साल तेज़ विकास दर हासिल कर रहा है —
- FY22 में 8.7%
- FY23 में 7.2%
- FY25 में 6.5%
भारत अब दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। चीन (4.6%), अमेरिका (2.1%), और यूरो ज़ोन (1.5%) भारत से काफी पीछे हैं।
मोदी सरकार की नीतियों का योगदान
इस विकास दर के पीछे सिर्फ बाज़ार की ताकत नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में सरकार द्वारा लिए गए ठोस फैसले भी हैं। मोदी सरकार ने छोटे-छोटे लोकलुभावन वादों की जगह लंबी अवधि की योजनाओं पर काम किया है।
- GST, IBC (इंसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड) जैसे बड़े सुधारों से अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता और प्रतिस्पर्धा बढ़ी है।
- मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, और आत्मनिर्भर भारत जैसी योजनाओं से नए निवेश और रोजगार के मौके बढ़े हैं।
- PLI (उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना) से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को नया जीवन मिला है।
- गति शक्ति योजना से इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक्स तेज़ी से विकसित हो रहा है।
हर सेक्टर में विकास
FY25 में भारत का विकास हर क्षेत्र में देखने को मिला:
- मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 6.1% की ग्रोथ रही — ऑटो, इलेक्ट्रॉनिक्स और दवाओं में अच्छा प्रदर्शन।
- कंस्ट्रक्शन सेक्टर 10.2% की तेज़ ग्रोथ पर रहा — सरकार के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स और हाउसिंग डिमांड का असर।
- सर्विस सेक्टर (GDP का आधे से ज्यादा हिस्सा) 7.9% की दर से बढ़ा — IT, बैंकिंग, होटल और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्र आगे रहे।
- कृषि क्षेत्र 2.3% की दर से बढ़ा — मॉनसून में उतार-चढ़ाव के बावजूद एग्री-टेक और फसल विविधीकरण ने मदद की।