वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे के मौके पर भारत की अग्रणी माइनिंग और मेटल्स कंपनी वेदांता लिमिटेड ने बड़ा ऐलान किया है। कंपनी ने बताया है कि उसने अपनी नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 1.03 गीगावॉट (GW) कर लिया है और यह साल 2030 तक इसे 2.5 GW तक ले जाने के रास्ते पर है।
कंपनी के अनुसार, ये 1 GW नवीकरणीय ऊर्जा सालाना 6 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन को घटाने में मदद करेगी, जो करीब 35 करोड़ पेड़ों द्वारा साल भर में सोखे जाने वाले कार्बन के बराबर है।
भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम निर्माता कंपनी वेदांता एल्युमिनियम ने बताया कि वह अपने संचालन में स्थायित्व को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है:
🔹 ओडिशा और छत्तीसगढ़ में अपने प्लांट्स के लिए 1,335 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा की व्यवस्था की गई है।
🔹 लक्ष्य है कि 2030 तक 30% बिजली की जरूरतें अक्षय स्रोतों से पूरी हों।
🔹 कंपनी 2050 तक पूरी तरह से नेट-ज़ीरो कार्बन एमिशन तक पहुंचना चाहती है।