संतुलित, प्रोटीन युक्त और पेट भरने वाला विकल्प है बेसन का चीला
Benefits of eating gram flour chilla:बदलती जीवनशैली और व्यस्त दिनचर्या में लोग ऐसा नाश्ता चाहते हैं जो जल्दी बन जाए, स्वादिष्ट हो और सेहत के लिए भी फायदेमंद हो। ऐसे में बेसन का चीला एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभरा है। लेकिन क्या यह रोज़ाना नाश्ते में खाना सही है? आइए जानें इसके पोषण मूल्य और फायदे।
बेसन में छुपे हैं सेहत के राज
बेसन, जिसे चने की दाल पीसकर तैयार किया जाता है, प्रोटीन, फाइबर, आयरन और फोलेट जैसे कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। बेसन का चीला खाने से लंबे समय तक पेट भरा रहता है, जिससे बार-बार भूख लगने की समस्या कम होती है।
डायबिटीज और वजन घटाने में सहायक
बेसन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा यह वजन घटाने की कोशिश कर रहे लोगों के लिए भी उपयोगी है, क्योंकि यह कैलोरी में कम और प्रोटीन में उच्च होता है।
तेल का करें सीमित उपयोग
हालांकि बेसन का चीला स्वास्थ्यवर्धक है, लेकिन इसे पकाने में अधिक तेल या घी का इस्तेमाल न करें। नॉन-स्टिक पैन में कम तेल का प्रयोग करना ज्यादा बेहतर रहेगा।
रोज़ खाना सही है या नहीं?
अगर आप इसे संतुलित मात्रा में और विभिन्न सब्जियों के साथ बनाकर खाते हैं, तो बेसन का चीला रोज़ाना नाश्ते में लिया जा सकता है। यह न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि शरीर को दिनभर की ऊर्जा देने में भी मदद करता है।
सेहतमंद बेसन चीला कैसे बनाएं?
बेसन में प्याज़, टमाटर, हरी मिर्च, धनिया और पालक जैसी सब्जियाँ मिलाएं
अदरक-लहसुन का पेस्ट स्वाद और पाचन के लिए अच्छा होता है
कम तेल में तवे पर सेकें
दही या हरी चटनी के साथ परोसें
बेसन का चीला एक पौष्टिक, स्वादिष्ट और झटपट बनने वाला नाश्ता है। संतुलन के साथ इसका सेवन आपकी सुबह को हेल्दी और ऊर्जावान बना सकता है।