दिल्ली: बीएसएफ जवान पुर्नम कुमार साहू की पाकिस्तान से अटारी-वाघा बॉर्डर के माध्यम से भारत वापसी हो गई है। जवान को करीब 20 दिन पाकिस्तान की कैद में रहने के बाद पाकिस्तान रेंजर्स ने अटारी बॉर्डर पर भारतीय सीमा में भेज दिया। यह घटना उस समय हुई जब बीएसएफ ने पाकिस्तान रेंजर्स के एक जवान को पकड़ा था और उसके बाद बीएसएफ कांस्टेबल पुर्नम कुमार पाकिस्तान सीमा में प्रवेश कर गए थे।
कांस्टेबल पुर्नम कुमार शॉ 23 अप्रैल 2025 को पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में ऑपरेशनल ड्यूटी पर तैनात थे। इस दौरान अनजाने में वह पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गए और पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। बीएसएफ ने लगातार पाकिस्तान रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग और अन्य संचार चैनलों के माध्यम से बातचीत की, जिसके परिणामस्वरूप जवान की सुरक्षित वापसी संभव हो पाई।
आज सुबह, 10:30 बजे कांस्टेबल पुर्नम कुमार को अटारी बॉर्डर पर बीएसएफ द्वारा पाकिस्तान से भारत वापस लाया गया। उनका स्वागत बीएसएफ द्वारा किया गया। यह घटनाक्रम दोनों देशों के बीच सीमा पर शांति स्थापित करने और जवानों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।
जवान की वापसी को लेकर बीएसएफ और भारत सरकार के अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की जा रही है। पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में तैनात पुर्नम कुमार की कैद से भारत में राजनीतिक हलकों में भी चिंता थी। इसके बाद कई नेताओं ने इस मामले को हल करने के लिए संवाद और राजनयिक प्रयासों का समर्थन किया।