Uttar Pradesh: मेरठ से एक चौंकाने वाली और बेहद हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसने समाज में फैलती शादी के नाम पर ठगी की बढ़ती घटनाओं की पोल खोल दी है। मामला खरखौदा थाना क्षेत्र के धनौटा गांव के युवक से जुड़ा है, जिसकी शादी कंकरखेड़ा इलाके में तय हुई थी। परिवार बारात की तैयारियों में जुटा था, रिश्तेदारों को न्योते जा चुके थे, लेकिन शादी से ठीक दो दिन पहले ऐसा कुछ हुआ जिसने सबको हैरान कर दिया।
क्या है पूरा मामला?
धनौटा गांव निवासी युवक की शादी 30 अप्रैल को कंकरखेड़ा की एक युवती से तय हुई थी। शादी की तैयारियों में दोनों पक्षों के बीच कई बातचीत हुई थी और दुल्हन पक्ष को तैयारियों के लिए एक मोटी रकम भी दी गई थी। लेकिन जब शादी नजदीक आई, तो दुल्हन और उसका परिवार अचानक लापता हो गया।
दूल्हा और उसके घरवाले 30 अप्रैल को बारात लेकर कंकरखेड़ा पहुंचे, लेकिन वहां पहुंचते ही उनके होश उड़ गए। जिस घर में बारात जानी थी, वह ताला पड़ा मिला और दुल्हन का फोन भी बंद था। परेशान होकर दूल्हा पक्ष ने आसपास पूछताछ की तो पता चला कि जिस व्यक्ति को दुल्हन का पिता बताया गया था, उसका तो युवती से कोई संबंध ही नहीं है।
पुलिस के पास पहुँचा मामला
गांव लौटकर दूल्हा पक्ष ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। शक के आधार पर उन्होंने दो बिचौलियों को पकड़ा, जिनके जरिए यह रिश्ता तय हुआ था। दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। शुरुआती जांच में यह साफ होता जा रहा है कि यह एक संगठित ठगी गिरोह हो सकता है, जो शादी के नाम पर भोले-भाले लोगों को निशाना बना रहा है।
रोसे से पहले सतर्कता ज़रूरी
ये कोई पहली घटना नहीं है जब शादी के नाम पर किसी युवक को ठगा गया हो। लेकिन ऐसे मामलों में पीड़ित परिवार की सामाजिक और मानसिक स्थिति को समझना बेहद जरूरी है। एक तरफ भावनाओं के साथ खिलवाड़, दूसरी तरफ आर्थिक नुकसान – ये अपराध बेहद संवेदनशील हैं और इन्हें रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए। यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि शादी जैसे पवित्र रिश्ते को व्यापार और धोखाधड़ी का जरिया न बनने दें। भरोसे से पहले सतर्कता ज़रूरी है।