वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में विगत दिनों बेहद ही शर्मसार कर देने वाले घटना सामने आई। एक युवती के साथ 7 दिनों तक अलग – अलग स्थान पर ले जाकर 23 युवकों द्वारा बलात्कार किए जाने का आरोप लगा है। ऐसे में प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हुए इस शर्मसार कर देने वाली घटना को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए पुलिस कमिश्नर को जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। वही पीएम की नाराजगी के बाद गुरुवार को वाराणसी पुलिस कमिश्नर ने पूरे मामले की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी ( SIT) टीम गठित किया है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल का दावा है, कि इस मामले में जल्द ही बचे हुए आरोपियों को गिरफ्तारी और जांच कर एक महीने के अंदर चार्जशीट दाखिल किया जाएगा।
जानिए क्या है वाराणसी में रेप कांड का पूरा मामला, अब तक कितनो की हुई गिरफ्तारी…
वाराणसी के लालपुर थाने पर 6 अप्रैल को एक युवती के परिजनों ने शिकायत किया कि उनकी बेटी के साथ 23 दरिंदो ने 7 दिनों तक दरिंदगी किया। पुलिस को पीड़िता के परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी 29 मार्च से लापता थी और 5 अप्रैल को बेसुध हालत में घर पहुंची। परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया तब उनकी बेटी ने अपने ऊपर हुए आपबीती बताया। परिजनों ने बताया किए 7 दिनों तक उनकी बेटी को नशा करवाया गया और उसके साथ 23 लोगो ने अलग – अलग स्थानों कैफे, होटल और गेस्ट हाऊस में ले जाकर बलात्कार किया गया। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर 12 नामजद और 23 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पहले 9 और फिर 3 लोगो को गिरफ्तार किया। वही वाराणसी में 11 अप्रैल को पीएम मोदी ने अपने दौरे के दौरान एयरपोर्ट पर पुलिस कमिश्नर से इस पूरे प्रकरण की जानकारी ली और घटना पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया।
पीएम की नाराजगी के बाद छुट्टी पर गए पुलिस कमिश्नर, डीसीपी का हो गया तबादला, अब एसआईटी करेगी मामले की जांच
वाराणसी में युवती के साथ दुष्कर्म की घटना पर पीएम मोदी की नाराजगी के बाद वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल अपने निजी कारणों की वजह से छुट्टी पर चले गए। वही वरुणा जोन के डीसीपी चंद्रकांत मीणा को इस घटना के बाद तबादला कर दिया गया। वाराणसी पुलिस कमिश्नर छुट्टी से लौटने के बाद गुरुवार को मीडिया के सामने आए और इस घटना में 23 आरोपियों में 14 आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि किया। वही उन्होंने बताया कि अब इस पूरे मामले की जांच के लिए डीसीपी क्राइम प्रमोद कुमार के नेतृत्व में एसआईटी टीम गठित किया गया है। इसमें डीसीपी, एसीपी और सर्विलांस के साथ एसओजी के द्वारा जांच किया जाएगा।
पुलिस कमिश्नर ऑफिस के बाहर आरोपियों के परिजनों का प्रदर्शन, युवती पर लगाया पैसे न देने पर फसाने का आरोप…
वही गुरुवार को इस प्रकरण में तब नया मोड़ आ गया जब इस मामले में गिरफ्तार हुए 14 आरोपियों के परिजन सैकड़ो की संख्या में पुलिस कमिश्नर ऑफिस के बाहर न्याय की गुहार लगाते हुए तख्ती लेकर पहुंचे। आरोपियों के परिजनों ने इस दौरान युवती (पीड़िता) पर आरोप लगाया कि वह गिरफ्तार हुए युवकों से पैसे की डिमांड करती और पैसा न देने पर उन्हें फ़साने की धमकी दे रही थी। यही वजह है कि वह युवकों को गलत आरोप लगाकर फंसा रही है और पुलिस भी युवकों को गिरफ्तार कर रही है। परिजनों का आरोप है, कि इस केस से नाम को बाहर करने के लिए युवती द्वारा पैसे की डिमांड की जा रही है। वही आरोपियों के परिजनों के आरोप को लेकर पुलिस कमिश्नर ने सभी को आश्वस्त किया कि मामले में पूरी निष्पक्षता से जांच की जाएगी। यदि कोई दोषी होगा तो पुलिस उसे सजा दिलवाएगी और यदि कोई निर्दोष होगा तो उसे कोई गलत आरोप में फ़साएंगा नहीं।