भारत ने संयुक्त राष्ट्र (UN) में साफ कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन नहीं छोड़ता, तब तक सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty – IWT) को स्थगित रखा जाएगा। भारत के स्थायी प्रतिनिधि पी. हरीश ने सुरक्षा परिषद की बैठक में पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान संधि को लेकर झूठ और भ्रामक जानकारी फैला रहा है।
क्या कहा भारत ने?
तीन युद्ध और हजारों आतंकी हमले
पी. हरीश ने कहा, “भारत ने 1960 में पाकिस्तान के साथ यह संधि सद्भावना और दोस्ती की भावना से की थी, लेकिन पाकिस्तान ने इसकी भावना का कई बार उल्लंघन किया। उसने भारत पर तीन युद्ध थोपे और 20,000 से ज्यादा भारतीयों की जान आतंकी हमलों में चली गई।”
हालिया हमला भी याद दिलाया
भारत ने कहा कि पिछले महीने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाया गया, जो पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का ताजा उदाहरण है।
क्यों जरूरी हो गया संशोधन?
बदलते हालात का हवाला
पी. हरीश ने कहा कि बीते 65 वर्षों में पर्यावरण परिवर्तन, ऊर्जा की जरूरतों और जनसंख्या में वृद्धि जैसे कई बड़े बदलाव आए हैं। भारत ने संधि में संशोधन की जरूरत को बार-बार उठाया, लेकिन पाकिस्तान ने हर बार बातचीत से इनकार किया।
विकास परियोजनाओं में बाधा
भारत ने बताया कि पाकिस्तान बार-बार भारत की वाजिब परियोजनाओं में अड़चन डालता है। 2012 में आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर में तुलबुल परियोजना पर हमला भी किया था।
भारत ने UN में यह साफ कर दिया कि वह जिम्मेदार देश की तरह व्यवहार करता रहा है, लेकिन पाकिस्तान की आतंकवाद को समर्थन देने की नीति अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को पूरी तरह और विश्वसनीय रूप से खत्म नहीं करता, तब तक सिंधु जल संधि स्थगित रहेगी।