जैसे-जैसे पुरुषों की उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे उनके शरीर में कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलते हैं। 40 साल की उम्र पार करने के बाद पुरुषों को विशेष रूप से अपनी सेहत का ख्याल रखने की जरूरत होती है। आर्टेमिस हॉस्पिटल्स में सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, डॉ. पी. वेंकट कृष्णन के मुताबिक, नियमित मेडिकल जांच और सतर्कता से न केवल बीमारियों का समय रहते पता लगाया जा सकता है, बल्कि एक स्वस्थ और लंबा जीवन भी जिया जा सकता है।
दिल की सेहत सबसे जरूरी
40 की उम्र के बाद हार्ट डिजीज का खतरा तेजी से बढ़ता है। ऐसे में लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराना बेहद जरूरी होता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर पता चलता है। ये दोनों ही फैक्टर हृदय संबंधी बीमारियों के बड़े संकेतक माने जाते हैं।
डायबिटीज की बढ़ती आशंका
कामकाजी पुरुषों में तनाव और अनियमित जीवनशैली के चलते डायबिटीज की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। ऐसे में ब्लड शुगर टेस्ट कराना और HbA1c जैसी जांच नियमित रूप से करवाना फायदेमंद होता है।
किडनी-लिवर फंक्शन टेस्ट भी जरूरी
किडनी और लिवर की कार्यक्षमता जांचने वाले टेस्ट शरीर में हो रहे बदलावों का शुरुआती संकेत दे सकते हैं। ये जांच कई गंभीर बीमारियों से पहले ही आगाह कर देती हैं।
कैंसर स्क्रीनिंग को नजरअंदाज न करें
यदि परिवार में किसी को कैंसर रहा हो या आप तंबाकू, शराब या पान मसाला का सेवन करते हों, तो कैंसर स्क्रीनिंग बेहद जरूरी हो जाती है। प्रोस्टेट, लंग्स, ओरल और कोलन कैंसर की जांच पुरुषों को नियमित कराते रहनी चाहिए।
आंख, कान और ब्लड प्रेशर की निगरानी
उम्र के साथ आंखों और कानों की कार्यक्षमता भी प्रभावित होती है। ब्लड प्रेशर को ‘साइलेंट किलर’ माना जाता है, जो अन्य गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है। इनकी भी समय-समय पर जांच बेहद जरूरी है।
जीवनशैली में बदलाव भी जरूरी
जांच के साथ-साथ हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन और नशे से दूरी अपनाकर पुरुष खुद को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं। किसी भी समस्या के लक्षण लंबे समय तक बने रहने पर डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें।