नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट ने भारत के साथ अपने कारोबारी रिश्तों को और मजबूत करने का संकेत दिया है। कंपनी के सीईओ डग मैकमिलन ने मंगलवार को भारत दौरे के दौरान कहा कि वॉलमार्ट 2027 तक भारत से हर साल $10 अरब मूल्य का सामान खरीदने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है।

कंपनी ने यह महत्वाकांक्षी लक्ष्य दिसंबर 2020 में तय किया था। इसका उद्देश्य भारत से निर्यात को बढ़ावा देना है, खासतौर पर कपड़े (Apparel), खाद्य सामग्री (Food), और खिलौनों (Toys) जैसी श्रेणियों में।

डग मैकमिलन ने कहा इन वर्षों में हमने देखा है कि यह कहानी कैसे आगे बढ़ रही है। अब आप देख सकते हैं कि सप्लाई बेस कितना व्यापक और दिलचस्प बनता जा रहा है।

अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान मैकमिलन ने वॉलमार्ट की निर्यात पहलों, डिजिटल नवाचार, समावेशी सप्लाई चेन और समुदाय विकास से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने Walmart Vriddhi कार्यक्रम से प्रशिक्षित छोटे कारोबारियों और विक्रेताओं से भी मुलाकात की। यह कार्यक्रम MSMEs को डिजिटल बाजारों और व्यावसायिक कौशल तक पहुंच प्रदान करता है।

दो दशक से भारत में सक्रिय

वॉलमार्ट पिछले दो दशकों से भारत में मौजूद है और अब तक भारत से $30 अरब से अधिक मूल्य के सामान को अपने वैश्विक बाजारों के लिए निर्यात कर चुका है। कंपनी का ग्लोबल सोर्सिंग ऑफिस बेंगलुरु में स्थित है, जिसे 2002 में शुरू किया गया था। यह ऑफिस भारत के मैन्युफैक्चरर्स को अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, सेंट्रल अमेरिका और ब्रिटेन जैसे बाजारों से जोड़ता है। मैकमिलन ने फ्लिपकार्ट (Flipkart) और फोनपे (PhonePe) की प्रदर्शन की भी सराहना की और भारत में उनकी भूमिका को सराहा।

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