भारत का रियल एस्टेट सेक्टर 2024 में एक मजबूत और प्रभावशाली उद्योग के रूप में उभरा। इस साल कार्यालय लीज़िंग, आवासीय बिक्री और निवेश के मामले में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के साथ, यह क्षेत्र तेजी से प्रगति कर रहा है।
ऑफिस स्पेस में रिकॉर्ड प्रदर्शन
CBRE की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में जनवरी से सितंबर तक भारत के ऑफिस रियल एस्टेट बाजार ने 53.3 मिलियन वर्ग फुट लीज़िंग के साथ रिकॉर्ड बनाया। इस अवधि में बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे ने कुल नई सप्लाई का 66% हिस्सा दिया। वैश्विक क्षमता केंद्र (GCC) सबसे बड़े योगदानकर्ता रहे, जो कुल लीज़िंग का 38% हिस्सा रहे।
बेंगलुरु ने 49% हिस्सेदारी के साथ GCC लीज़िंग में बढ़त बनाई, जबकि हैदराबाद, पुणे और चेन्नई ने भी मजबूत प्रदर्शन किया। “फ्लाइट टू क्वालिटी” की प्रवृत्ति के तहत कंपनियां उच्च गुणवत्ता वाले और हरित प्रमाणित ऑफिस स्पेस को प्राथमिकता दे रही हैं।
निवेश और डेवेलपमेंट का उछाल
2024 के पहले नौ महीनों में भारत में रियल एस्टेट सेक्टर में इक्विटी निवेश $8.9 बिलियन तक पहुंच गया, जो पिछले साल की तुलना में 46% अधिक है। दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरु ने 63% निवेश आकर्षित किया। छोटे शहरों जैसे लुधियाना, मोहाली और कोयंबटूर में भी निवेश में तेजी देखी गई।
आवासीय बाजार का शानदार प्रदर्शन
आवासीय बाजार में भी बिक्री और नई परियोजनाओं के मामले में मजबूत वृद्धि हुई। 2024 के पहले नौ महीनों में 2,25,000 से अधिक आवासीय इकाइयां बेची गईं और 2,15,000 नई परियोजनाएं लॉन्च की गईं। मुंबई और पुणे ने कुल गतिविधि का लगभग 50% योगदान दिया।
प्रीमियम और लक्जरी हाउसिंग की मांग में वृद्धि देखी गई, जो कुल मांग का 16% हिस्सा रही। होम लोन वितरण में 18% की सालाना वृद्धि ने घर खरीदने की प्रवृत्ति को और मजबूत किया।
औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में प्रगति
इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में भी 2024 के पहले नौ महीनों में 27.5 मिलियन वर्ग फुट लीज़िंग दर्ज की गई। दिल्ली-एनसीआर, कोलकाता और बेंगलुरु ने 61% हिस्सेदारी के साथ बढ़त बनाई। छोटे और फ्लेक्सिबल वेयरहाउस स्पेस की मांग बढ़ रही है, जो उभरते व्यवसायों के लिए अधिक उपयुक्त हैं।
खुदरा बाजार में निरंतरता
फैशन और एथलीजर ब्रांड्स ने खुदरा लीज़िंग में 38% हिस्सेदारी दर्ज की। लक्ज़री ब्रांड्स और D2C सेगमेंट में भी महत्वपूर्ण वृद्धि हुई। टियर-1 और टियर-2 शहरों में खुदरा किराये में 5-10% की वार्षिक वृद्धि हुई।
आगे की राह
2024 के अंत तक भारत में रियल एस्टेट निवेश $10-11 बिलियन तक पहुंचने की संभावना है। टियर-2 और टियर-3 शहर भी निवेश और विकास के प्रमुख केंद्र बन रहे हैं। वहीं, उच्च गुणवत्ता वाले हरित प्रमाणित ऑफिस स्पेस और प्रीमियम हाउसिंग प्रोजेक्ट्स रियल एस्टेट सेक्टर के भविष्य को आकार देंगे। इस मजबूत प्रदर्शन के साथ, भारत का रियल एस्टेट सेक्टर न केवल घरेलू बल्कि वैश्विक निवेशकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।