Weight Loss Surgery: वजन कम करने की चाहत, एक बड़ी उम्मीद… लेकिन वो उम्मीद इस कदर टूटी कि एक महिला की जान ही चली गई। मेरठ में वजन घटाने की सर्जरी एक 56 साल की महिला के लिए जानलेवा साबित हुई। अब परिवार न्याय की मांग कर रहा है, अस्पताल सवालों के घेरे में है, और पुलिस जांच में जुट गई है। मामला सिर्फ एक ऑपरेशन का नहीं, सिस्टम की जिम्मेदारी का भी है।
क्या हैं मामला?
मेरठ के मेडिकल थाना क्षेत्र स्थित न्यूटिमा हॉस्पिटल में रजनी गुप्ता नाम की महिला की वजन घटाने की सर्जरी के बाद मौत हो गई। रजनी गुप्ता भाजपा नेता अरविंद मारवाड़ी की बहन थीं। जानकारी के मुताबिक, रजनी का वजन करीब 123 किलो था और वह इसे घटाकर लगभग 60 किलो तक लाना चाहती थीं।
इसके लिए उन्होंने न्यूटिमा हॉस्पिटल में मोटापा कम करने की बैरिएट्रिक सर्जरी करवाई। ऑपरेशन सफल बताया गया, लेकिन कुछ ही घंटों बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। डॉक्टरों ने पहले इसे सामान्य बताया, लेकिन स्थिति गंभीर होती गई। शरीर में सेप्टिक फैल गया और महिला ने दम तोड़ दिया।
परिजनों ने लगाए आरोप
रजनी गुप्ता की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही और गलत ऑपरेशन का आरोप लगाया। उनका कहना है कि उन्हें ना तो सर्जरी के जोखिमों के बारे में सही जानकारी दी गई, और ना ही ऑपरेशन के बाद सही मॉनिटरिंग की गई।
गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया और मेडिकल थाने में तहरीर देकर डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
तहरीर के आधार पर जांच शुरू
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और माहौल को शांत कराया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारण का पता चल सकेगा। फिलहाल तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है और मेडिकल प्रोटोकॉल से जुड़े पहलुओं को भी खंगाला जा रहा है।
उठे कई तरह के सवाल कौन देगा जवाब?
हाल फिलहाल से ऐसी तमाम घटनाएं हो रही हैं जिससे एक बार फिर सवाल खड़े हो गए है… क्या कॉस्मेटिक या लाइफस्टाइल सर्जरी कराने वालों को पूरी जानकारी दी जाती है? क्या अस्पताल मरीजों की सुरक्षा और सही निगरानी को लेकर जिम्मेदार हैं? फिलहाल, परिवार न्याय की उम्मीद में है और पुलिस के जवाब का इंतजार कर रहा है।