Vegetables for Height Growth in Children: हर माता-पिता की ख्वाहिश होती है कि उनके बच्चे लंबे, स्वस्थ और आत्मविश्वास से भरपूर पर्सनैलिटी के मालिक बनें। बच्चों की लंबाई और उनका सम्पूर्ण विकास सिर्फ जेनेटिक कारणों पर ही निर्भर नहीं करता, बल्कि नींद, एक्सरसाइज, लाइफस्टाइल और खासतौर पर सही डाइट पर भी टिका होता है।
एक बैलेंस्ड डाइट न केवल शरीर की ग्रोथ में सहायक होती है, बल्कि यह हड्डियों और मसल्स को मजबूत बनाकर ग्रोथ हार्मोन को एक्टिव करती है। खासकर कुछ सब्ज़ियां बच्चों की हाइट और हेल्दी डेवलपमेंट के लिए बेहद फ़ायदेमंद मानी जाती हैं।
बच्चों की लंबाई और हेल्दी ग्रोथ के लिए ज़रूरी सब्ज़ियां…
- पालक (Spinach)
- आयरन, कैल्शियम, विटामिन A और C से भरपूर
- हड्डियों को मज़बूती देता है और मेटाबॉलिज़्म बेहतर बनाता है
- गाजर (Carrot)
- बीटा-कैरोटीन और विटामिन A से युक्त
- आंखों के लिए लाभदायक और ग्रोथ हार्मोन एक्टिव करता है
- हरी बीन्स (Green Beans)
- प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत
- हड्डियों और मसल्स की ग्रोथ में मददगार
- शलजम (Turnip)
- ग्रोथ हार्मोन एक्टिव करने में सहायक
- मिनरल्स से भरपूर, हड्डियों को मजबूत बनाता है
- लौकी (Bottle Gourd)
- हल्की और सुपाच्य
- पाचन सुधारती है और पोषण प्रदान करती है
- ब्रोकोली (Broccoli)
- विटामिन C, कैल्शियम और आयरन से भरपूर
- इम्युनिटी और हड्डियों के विकास के लिए फायदेमंद
- मटर (Peas)
- प्रोटीन और फाइबर से भरपूर
- बच्चों को एनर्जी और ज़रूरी पोषक तत्व देती है
- कद्दू (Pumpkin)
- बीटा-कैरोटीन और विटामिन A से युक्त
- कोशिकाओं और ऊतकों के विकास में मदद करता है
- शकरकंद (Sweet Potato)
- फाइबर, मैग्नीशियम और पोटैशियम से भरपूर
- हड्डियों को मजबूत बनाता है और ग्रोथ हार्मोन को सपोर्ट करता है
- टमाटर (Tomato)
- लाइकोपीन, विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर
- कोशिकाओं को हेल्दी रखता है और इम्युनिटी बढ़ाता है
कैसे शामिल करें इन सब्ज़ियों को बच्चों की डाइट में?
बच्चों को रोज़ाना इन सब्ज़ियों को अलग-अलग क्रिएटिव तरीकों से खिलाया जा सकता है। जैसे –
- सूप,
- पराठा,
- मिक्स वेज सब्ज़ी,
- सैंडविच,
- कटलेट या टिक्की।
इससे न सिर्फ उनकी हाइट और ग्रोथ बेहतर होगी, बल्कि संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास भी होगा।
Disclaimer:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी बच्चे की डाइट में बदलाव करने से पहले डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह लेना ज़रूरी है।