FIR on farmers leader Rahul Bedi: जब किसान मंच से आवाज़ उठाते हैं, तो अक्सर वो दर्द झलकता है जो खेत-खलिहानों से संसद तक नहीं पहुंचता। पर जब आवाज़ गुस्से में तब्दील होकर धमकी में बदल जाए, तो सवाल उठते हैं—क्या आंदोलन अब अपनी मर्यादा भूल रहा है? मुजफ्फरनगर में ऐसी ही एक पंचायत में दिए गए एक बयान ने न केवल माहौल गर्मा दिया, बल्कि राजनीति में भी हलचल मचा दी है।

क्या हुआ मुजफ्फरनगर में?

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में शनिवार को भारतीय किसान यूनियन (BKU) बेदी गुट की एक बड़ी पंचायत हुई। इस दौरान संगठन के सहारनपुर जिला अध्यक्ष राहुल बेदी ने सरकार के खिलाफ आग उगलते हुए एक ऐसा बयान दिया, जिसने पूरे मामले को हिंसक मोड़ पर पहुंचा दिया। उनके भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद प्रशासन ने उनके खिलाफ धारा 153A (सामुदायिक तनाव फैलाने) और 505 (जनशांति भंग करने) के तहत केस दर्ज कर दिया।

क्या बोले राहुल बेदी?

बेदी ने अपने भाषण में मुजफ्फरनगर के एसएसपी को निशाने पर लेते हुए चुनौती भरे अंदाज में कहा – “आपने हमारे नेता टिकैत साहब की पगड़ी पर हमला करवाया… अगर 10 मिनट का मौका दो, तो इन लोगों की लाशें बिछा देंगे! ये सरकार किसानों का दर्द नहीं समझती!”

इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तूफान मच गया और वीडियों वायरल होते ही मुजफ्फरनगर प्रशासन ने संज्ञान लिया और उनके खिलाफ सिविल लाइन थाने में केस दर्ज किया गया।

यूनियन की गुटबाजी से गलत संदेश

यह महापंचायत 3 मई को आयोजित की गई थी जिसमें हजारों किसान शामिल हुए थे। इस घटना के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं। राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बयान दिया कि यूनियन की गुटबाजी से गलत संदेश जा रहा है और सभी को समाज की एकता व सामाजिक सौहार्द्र को प्राथमिकता देनी चाहिए।

राहुल बेदी ने अपने भाषण में मुजफ्फरनगर के एसएसपी को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि सरकार किसानों का दर्द नहीं समझती, और अगर टिकैत साहब की पगड़ी पर वार किया गया है, तो उसका जवाब भी किसान देंगे।

Allahabad High Court: संभल जामा मस्जिद पर होगी सुनवाई,मस्जिद कमेटी को जवाब पर देना है हलफनामा

शेयर करना
Exit mobile version