वाराणसी- फिल्मों में अक्सर एक नोट के माध्यम से लाखों करोड़ों रुपए की लेनदेन देखने को मिलता, लेकिन यह फिल्म के दृश्य असल जिंदगी में देखने को मिल जाए तो लोग काफ़ी चौक जाते है। वाराणसी में कुछ ऐसा ही रविवार को देखने को मिला जहां कैंट रेलवे स्टेशन पर सावन की तैयारियों के मद्दे नजर जीआरपी टीम के द्वारा की जा रही चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध युवक हत्थे चढ़ा। युवक की तलाशी के दौरान जीआरपी के जवानों को 35 लाख रुपए से भरा ट्रॉली बैग मिला। कैंट जीआरपी प्रभारी ने जब युवक से पैसे के बारे में पूछताछ किया, तो उसने बेहद ही चौंकाने वाले राज बताए।

एक रुपए के नोट के नंबर से होती थी पैसों की अदला बदली
वाराणसी जीआरपी के क्षेत्राधिकारी कुंवर प्रताप सिंह ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में जानकारी मिली कि हवाला के 35 लाख रुपए के साथ पकड़ा गया युवक मूल रूप से राजस्थान के बीकानेर का रहने वाला है और बनारस में मिर्च – मसाले का काम करता है। इसकी मुलाकात हवाला के पैसों को एक जगह से दूसरे जगह पहुंचने वाले गिरोह से हुआ। ऐसे में युवक ने उनके कहने पर एक बार हवाला के 20 लाख रुपए को बनारस से बिहार पहुंचाया और दूसरी बार जब यह 35 लाख रुपए लेकर जा रहा था तो पकड़ा गया। युवक ने बताया कि हवाला के पैसों को एक रुपए का नोट का नंबर बताने और दिखाने पर एक व्यक्ति बनारस में उपलब्ध करवाया और इन पैसों को वहां वाराणसी से बिहार के सासाराम में ले जाकर देता था। इसके लिए उसे उक्त व्यक्ति का मोबाईल नंबर उपलब्ध करवाया जाता और मिलने पर जब वह उसी एक रुपए के नोट का नम्बर बताता तो उसे उन पैसों से भरे बैग को सुपुर्द किया जाता।
मोबाइल नंबर पर कोलकाता से आता निर्देश, गिरोह बनाकर किया जाता काम
जीआरपी क्षेत्राधिकारी ने बताया कि हवाला के पैसे के लेनदेन का पूरा खेल एक गिरोह के द्वारा किया जाता है। पूछताछ में कोलकाता के रहने वाले पंकज नामक व्यक्ति का नाम प्रकाश में आया है, जो इन एजेंटों को व्हाट्सएप पर पैसे लेने और उसे पहुंचाने का निर्देश दिया करता। इसके लिए बकायदा पंकज के द्वारा ट्रेन में रिजर्वेशन के लिए एजेंटों को खर्च के रूप में कुछ पैसे दिए जाते थे और एजेंट पैसे लेकर बताए हुए व्यक्ति तक पैसा पहुंचा देता तब उन्हें उनके काम की फीस मिलती। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि पकड़े गए युवक ने कई गिरोह के बारे में कई अहम जानकारियां दी है, जिसके आधार पर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। फिलहाल युवक और बरामद 35 लाख रुपए को इनकम टैक्स विभाग को सौंप दिया है और वह अग्रिम कार्रवाई में जुट गए है।
रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल