अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मुद्दे को लेकर बड़े स्तर पर जांच की मांग करते हुए घोटाले को लेकर ज्वाइंट पार्लियामेंट कमिटी (JPC) की बैठक की मांग की गई है। दरअसल, हिंडनबर्ग ने शनिवार को रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की अध्यक्ष माधबी बुच के खिलाफ आरोप लगाए गए थे।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया पोस्ट

SEBI अध्यक्ष माधबी बुच पर लगाए गए आरोप के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने X पर पोस्ट शेयर करते हुए मामले की जांच के लिए JPC गठित करने की मांग की है। उन्होंने लिखा कि SEBI ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पीएम मोदी के परम मित्र अडानी को हिंडनबर्ग के जनवरी 2023 के ख़ुलासों में क्लीन चिट दी थी। वहीं, आज उसी SEBI के मुखिया के तथाकथित वित्तीय रिश्ते उजागर हो गए हैं।

मध्यम वर्ग के निवेशकों को संरक्षण की आवश्यकता

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के खुलासे के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने मध्यम वर्ग के निवेशकों के संरक्षण की बात कही है। उन्होंने कहा कि मध्यम वर्ग से संबंधित छोटे और मध्यम निवेशकों को संरक्षण की आवश्यकता है, क्योंकि वो SEBI में विश्वास के कारण ही अपनी मेहनत की कमाई को शेयर बाजार में निवेश करते हैं। इसके अलावा उन्होंने X पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि जब तक इस महा घोटाले में JPC जांच नहीं होगी तब तक मोदी जी अपने प्रमुख मित्र की मदद करते रहेंगे और देश की संवैधानिक संस्थाएं तार-तार होती रहेंगी।

माधबी बुच पर हिस्सेदारी का आरोप

गौरतलब है कि हिंडनबर्ग ने रविवार को रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें आरोप लगाया गया कि SEBI की अध्यक्ष माधबी बुच और उनके पति के पास कथित तौर पर अडानी धन हेराफेरी घाटाले में उपयोग किए गए अस्पष्ट विदेशी कोष में हिस्सेदारी थी। वहीं, हिंडनबर्ग ने 18 महीने के बाद अडानी के खिलाफ यह रिपोर्ट पोस्ट की गई है।

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