गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी वर्ष पर ऐतिहासिक संदेश यात्रा, मुख्यमंत्री आवास पर हुआ भव्य कीर्तन
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को गुरु तेग बहादुर जी महाराज के शहीदी वर्ष के 350 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में “गुरु तेग बहादुर संदेश यात्रा” का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं अपने सिर पर गुरु ग्रंथ साहिब जी को लेकर इस धार्मिक यात्रा में शामिल हुए। मुख्यमंत्री आवास पर विशेष कीर्तन का आयोजन हुआ।
यात्रा लखनऊ से शुरू होकर दिल्ली के ऐतिहासिक शीशगंज साहिब (चांदनी चौक) तक जाएगी। इस अवसर पर पूरा वातावरण गुरु महाराज की वाणी से गुंजायमान रहा।
‘गुरु तेग बहादुर ने धर्म की रक्षा की, औरंगजेब था क्रूर शासक’ – सीएम योगी का बड़ा बयान
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान को याद करते हुए कहा,
“गुरु तेग बहादुर ने इस्लाम स्वीकार नहीं किया, बल्कि धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।”
सीएम ने कहा कि औरंगजेब एक क्रूर शासक था, जिसने जबरन धर्म परिवर्तन की नीतियां अपनाईं। लेकिन गुरु तेग बहादुर जी ने उसका डटकर मुकाबला किया और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।
धर्मांतरण को लेकर मुख्यमंत्री की चेतावनी – ‘हम राष्ट्रविरोधी साजिशों का पर्दाफाश कर रहे हैं’
मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि आज भी देश में धर्मांतरण की साजिशें चल रही हैं। बलरामपुर में एक बड़ा खुलासा हुआ है, जहां धर्मांतरण के लिए विदेशी फंडिंग हो रही थी।
सीएम योगी ने कहा:
- “धर्मांतरण के लिए रेट तय किए गए थे।”
- “जांच में 100 करोड़ रुपए के लेन-देन का खुलासा हुआ है।”
- “देश के स्वरूप को बदलने की कोशिश की जा रही है।”
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसे षड्यंत्रकारियों से सावधान रहें और समाज को तोड़ने वाली ताकतों को नाकाम करें।
गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को श्रद्धांजलि और समाज को जागरूक करने का आह्वान – मुख्यमंत्री का राष्ट्रवाद से परिपूर्ण संदेश।