नई दिल्ली: अमेरिका से हाल ही में डिपोर्ट किए गए भारतीय नागरिकों के मुद्दे पर संसद में जबरदस्त हंगामा हुआ। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने सरकार से इस पर जवाब मांगा। इस बीच, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर इस मामले पर चर्चा की।

राज्यसभा में बयान देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे भारतीय नागरिकों को वहां अमानवीय हालात का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने स्पष्ट किया कि डिपोर्टेशन की यह प्रक्रिया कोई नई नहीं है और पहले भी कई देशों से अवैध प्रवासियों को वापस भेजा जाता रहा है। जयशंकर ने कहा, “हमें अपने नागरिकों को अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत वापस लेना ही था।”

विदेश मंत्री ने बताया कि अमेरिका समेत हर देश में प्रवासियों की नागरिकता की जांच होती है, और जो लोग नियमों के खिलाफ पाए जाते हैं, उन्हें वापस भेजा जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और प्रभावित नागरिकों की हर संभव सहायता की जा रही है।

संसद में विपक्ष ने सरकार से यह स्पष्ट करने को कहा कि आखिर इन प्रवासियों को सुरक्षित और वैध तरीके से अमेरिका में बसाने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, जयशंकर ने कहा कि सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।

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