Digital Story: 2 दिसंबर 2024.. ये वो दिन हैं जब देश के प्रसिद्ध कॉमेडियन सुनील पाल के साथ एक हैरान कर देने वाली घटना घटी। सुनील पाल, जो कि हरिद्वार में एक बर्थडे पार्टी इवेंट में हिस्सा लेने जा रहे थे, उनको दिल्ली एयरपोर्ट से हरिद्वार के लिए रवाना होने के बाद किडनैप कर लिया गया।सुनील पाल ने अपनी फीस का 50 प्रतिशत एडवांस बुकिंग के समय ले लिया था, लेकिन जब वे दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे पर मेरठ पहुंचे, तो उन्हें ढाबे पर खाना खिलाने के बाद दूसरी गाड़ी में शिफ्ट कर दिया गया। दूसरी गाड़ी में बैठते ही उनको किडनैप कर लिया गया और उनकी आंखों पर पट्टी बांधी गई। बाद में किडनैपर उन्हें एक घर में ले गए । उन्हें बंधक बनाकर उनसे 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई।
इंजेक्शन से हत्या की धमकी
सुनील पाल ने आनाकानी की तो उन्हें जहर के इंजेक्शन से हत्या की धमकी दी गई। इसके बाद सुनिल पाल ने अपने दोस्त से फोन पर बात करके किसी तरह 8 लाख की रकम अपने मोबाइल वॉलेट में मंगाई। अपहरणकर्ताओ ने इस रकम से मेरठ सदर बाजार और लाल कुर्ती बाजार के दो बड़े ज्वेलरी विक्रेताओं से खरीदारी की। यहां तक की बिल भी सुनील पाल के नाम से ही बनवाए और रकम भी सुनील पाल के खाते से सीधे ज्वेलरी विक्रेताओं को ट्रांसफर कराई। उसके बाद 3 दिसंबर की शाम को जब सुनील पाल की रिहाई हुई तो अपहरणकर्ताओं ने उन्हें 20 हजार रुपए मुंबई जाने के लिए दिए। सुनील पाल मुंबई पहुंचे।फिर मानसिक अवस्था ठीक होने पर उन्होंने पुलिस से संपर्क किया और अपनी अपहरण के घटना की जानकारी दी।
ज्वेलरी विक्रेताओं के खाते फ्रीज
मुंबई के सांताक्रूज थाने की पुलिस को लिखित शिकायत भी की गई। पुलिस ने जांच शुरू की तो तथ्य सत्य पाए। मुकदमा दर्ज किया और शुरुआती जांच में मेरठ के दोनों ज्वेलरी विक्रेताओं के खाते फ्रीज कर दिए। इसके बाद ज्वेलरी विक्रेताओं ने स्थानीय पुलिस से खाते फ्रीज होने की शिकायत की है। ज्वेलरी विक्रेताओं ने अपहरणकर्ताओं के वीडियो भी स्थानीय पुलिस को सौंपे है।
पुलिस इस मामले को प्रैंक मानती रही
बता दें कि सुनील पाल ने 4 दिसंबर को एक वीडियो भी रिलीज किया था, जिसमें उन्होंने आप बीती बताई थी। मगर मेरठ पुलिस ने इसका संज्ञान तक नहीं लिया। मेरठ पुलिस इस मामले को प्रैंक मानती रही, मेरठ में प्रसिद्ध कलाकार के किडनैप और फिरौती वसूली की कहानी अब दुनिया के सामने है। ऐसे में मेरठ पुलिस के सामने अब चुप रहने के अलावा कोई चारा नहीं हैं। पुलिस सुरक्षा की पोल खोलने वाली इस वारदात ने सवाल उठाए हैं, खासकर यूपी के नेशनल हाईवे पर।