स्वच्छ भारत मिशन: ओडीएफ की सफलता से कचरा प्रबंधन तक ‘क्रांति’

स्वच्छ भारत मिशन ने 2014 में 6.4 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण करके भारत को एक ऐसे देश से सफलतापूर्वक ‘रूपांतरित’ कर दिया है, जहां के एक तिहाई से अधिक गांव 2014 में खुले में शौच में संलग्न थे। मिशन का फोकस ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन, कचरा पृथक्करण और प्लास्टिक कचरे में कमी को शामिल करने के लिए विस्तारित किया गया है। अध्ययनों से संकेत मिलता है कि इस पहल से प्रतिवर्ष 60,000-70,000 शिशुओं की जान बचाई जा सकती है, जिसमें शिशु और पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर में उल्लेखनीय गिरावट आई है। 2022 तक, 95% गांवों में अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाएं हैं, हालांकि 2030 के सतत विकास लक्ष्य से पहले चुनौतियां बनी हुई हैं, खासकर बड़े राज्यों में।

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