Lucknow : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने हाल ही में भारत समाचार के एडिटर-इन-चीफ ब्रजेश मिश्रा के साथ अपने पॉडकास्ट में मायावती के स्टेट गेस्ट हाउस में हुई विवादित घटना को लेकर बड़ा खुलासा किया।
आपको बता दें कि जब शिवपाल यादव से पूछा गया कि ‘स्टेट गेस्ट हाउस के भीतर उनके ऊपर इतना प्राणघातक हमला आपकी पार्टी के नेताओं ने किया’ तो उन्होनें कहा कि उस दिन वहां कोई प्राणघातक हमला नहीं हुआ था, केवल नारेबाजी हुई थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि घटनास्थल पर उनके किसी नेता द्वारा हिंसा नहीं की गई। शिवपाल ने बताया कि घटना के समय वे इटावा में थे, लखनऊ में मौजूद नहीं थे।
पॉडकास्ट में ब्रजेश मिश्रा के सवालों के जवाब में शिवपाल यादव ने बताया कि कांग्रेस ने उस समय उन पर दबाव डाला कि इस्तीफा दे दें, लेकिन उन्होंने बहुमत विधानसभा में साबित करने का निर्णय लिया। शिवपाल ने कहा, “हमने कहा कि बहुमत सिद्ध होगा तो ही इस्तीफा देंगे। किसी को जबरदस्ती वोट दिलाने की बात नहीं हुई। विधानसभा में बहुमत साबित होगा, तभी कार्रवाई होगी।”
उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी के कुछ नेताओं की भूमिका पर भी बयान दिया है। शिवपाल ने बताया कि कार्यकर्ता घटनास्थल पर उबल गए थे, लेकिन किसी प्रकार की गंभीर हिंसा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि केवल नारेबाजी हुई, और इसे कुछ लोगों ने प्रोपेगेंडा के रूप में बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया।
शिवपाल ने कहा कि घटना का प्रचार उनके परिवार और पार्टी पर असर डाल रहा था, खासकर दलित समाज में। उन्होंने बताया कि मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया, और बाद में राजनीतिक दलों के बीच विवाद सुलझ गया। इस खुलासे से उत्तर प्रदेश की सियासत में उस घटना की सच्चाई और राजनीतिक परिस्थितियों पर नई रोशनी पड़ी है।