भारत में स्टार्टअप्स ने 1.6 मिलियन से ज़्यादा नौकरियाँ मिली हैं, जो रोज़गार में अपना प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में उभरा है। यह स्टार्टअप्स फिनटेक, एडटेक, हेल्थ-टेक और ई-कॉमर्स जैसे कई क्षेत्रों में फैली हुई है, जो भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम की बहुमुखी प्रतिभा और पहुँच को सामने लाती है।
यही वजह हैं कि भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम की सफलता का श्रेय कई प्रमुख कारकों को दिया जा सकता है। इसके साथ ही युवाओं ने उद्यमशीलता के विकास के लिए उपजाऊ जमीन तैयार की है। इन सब की वजह से ही स्टार्टअप का तेजी से विकास और विस्हैतार हो रहा हैं। जिससे विभिन्न उद्योगों में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है।
वैसे आप सबको पता ही होगा भारत का जो स्टार्टअप इकोसिस्टम हैं..वह अब दुनिया में सबसे बड़ा और सबसे जीवंत इकोसिस्टम बन कर उभरा है। 100 से ज़्यादा यूनिकॉर्न और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूम मचाने वाली कंपनियों की बढ़ती सूची के साथ, भारत ने वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनने का गौरव हासिल किया है। ये भारत और भारतीयों सभी के लिए बहुत ही गर्व की बात हैं। BYJU’S, Zomato, Ola और Nykaa जैसे सफल भारतीय मूल के स्टार्टअप दुनिया भर में अपने परिचालन का विस्तार कर रहे हैं, जिससे वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने की देश की क्षमता का प्रदर्शन हो रहा है।
साथ ही DPIIT इस बात पर जोर देता है कि यह वैश्विक मान्यता दुनिया भर में नवाचार और उद्यमिता को आगे बढ़ाने में भारत की बढ़ती भूमिका को दिखाता है।