Benefits of foot massage: दिनभर की भागदौड़ और थकावट के बाद जब हम रात को बिस्तर पर लेटते हैं, तो अक्सर ऐसा लगता है कि बस नींद झट से आ जाए। लेकिन कई बार थकान इतनी गहरी होती है कि शरीर तो टूटने लगता है लेकिन नींद आंखों से कोसों दूर होती है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपका शरीर भी आराम करे और नींद भी गहरी आए — तो एक छोटी-सी आदत आपकी जिंदगी बदल सकती है: रोज रात को पैरों की मालिश।
आयुर्वेद में इसे “पादाभ्यंग” कहा गया है और यह एक चमत्कारी तकनीक मानी जाती है। यह न केवल आपकी थकान मिटाता है बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी सुधारता है। आइए जानते हैं इसके 5 बड़े लाभ।
इन 5 कारणों से करें पैरों की मालिश रात को सोने से पहले
1. तनाव कम करता है और नींद बेहतर बनाता है
तेल से पैरों की मालिश नर्वस सिस्टम को शांत करती है। इससे दिनभर का तनाव धीरे-धीरे खत्म होता है और नींद की गुणवत्ता बेहतर हो जाती है। यह माइंड को रिलैक्स करने का आसान और असरदार तरीका है।
2. मसल्स को मिलती है मजबूती
अगर आप फिजिकल काम ज्यादा करते हैं या आपके पैरों में अक्सर दर्द रहता है, तो सरसों या तिल के तेल से मालिश करें। इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और उनकी मजबूती भी बढ़ती है।
3. सिरदर्द और माइग्रेन में राहत
रोज रात को पैरों की मालिश करने से नसों को आराम मिलता है, जिससे सिरदर्द और माइग्रेन जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। यह दिमागी शांति का प्राकृतिक तरीका है।
4. ब्लड सर्कुलेशन को करता है बेहतर
तेल से की गई मालिश रक्त प्रवाह को सुचारू करती है। इससे नसों में आई अकड़न दूर होती है और शरीर में एनर्जी लेवल बेहतर बना रहता है।
5. गठिया और जोड़ों के दर्द में आराम
जिन लोगों को गठिया की समस्या है, उनके लिए यह मालिश बहुत फायदेमंद होती है। यह सूजन और जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करती है।
कौन-सा तेल है सबसे बेहतर?
इन तेलों का उपयोग करें….
- सरसों का तेल – दर्द और सूजन के लिए बेस्ट
- बादाम का तेल – त्वचा को पोषण देने वाला
- जैतून का तेल – एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर
- तिल का तेल – आयुर्वेद में सबसे श्रेष्ठ
- नारियल का तेल – ठंडे प्रभाव के लिए
जरूरी सावधानियां
- गर्मियों में ज्यादा देर तक मालिश न करें।
- मालिश के बाद मोजे न पहनें।
- किसी भी तरह की एलर्जी या समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
पैरों की मालिश कोई नया उपाय नहीं है, बल्कि आयुर्वेद का हजारों साल पुराना विज्ञान है। यह एक ऐसी छोटी आदत है जो आपकी पूरी नींद, शरीर और मानसिक स्थिति को संतुलित कर सकती है। अगर आपने अभी तक इसे अपनाया नहीं है, तो आज रात से ही इसकी शुरुआत करें – और खुद फर्क महसूस करें।
Disclaimer:
इस लेख में दी गई सलाह और सुझाव केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी भी स्थिति में पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या इलाज से जुड़ी जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर या किसी योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।