Delhi : कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने हाल ही में आतंकी डॉ उमर के सुसाइड बॉम्बिंग वाले वीडियो पर विवादित बयान दिया है। मसूद ने कहा कि इस वीडियो का इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इस्लाम के अनुसार खुदकुशी हराम है और जो लोग मासूम लोगों की हत्या कर रहे हैं, उनके लिए जन्नत के दरवाजे नहीं खुलेंगे। मसूद ने इस्लाम को समझने और इसके बारे में सही जानकारी रखने की सलाह दी और कहा कि ऐसे लोग पहले इस्लाम को पढ़ें और फिर इस तरह की बातें करें।
इसके अलावा, मसूद ने अल फलहा यूनिवर्सिटी में ईडी द्वारा की गई छापेमारी पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि यदि यूनिवर्सिटी में किसी एक व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई हो रही है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि पूरी यूनिवर्सिटी इसमें शामिल है। वह यह भी कहते हैं कि अगर कोई डॉक्टर कुछ गलत कर रहा है, तो उस पर कार्रवाई करना जरूरी है, लेकिन इस मामले में यूनिवर्सिटी का क्या रोल है, यह स्पष्ट नहीं है।
बिहार चुनाव के बाद यूपी में ‘SIR’ (सामाजिक, राजनीतिक, और सांस्कृतिक परिवर्तन) के प्रभाव पर इमरान मसूद ने कहा कि यह एक बहुत बड़ा मुद्दा बन सकता है जो लोकतंत्र को बर्बाद कर देगा। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में चुनाव के दौरान जो हुआ, उससे यह स्पष्ट हो गया कि लोग अपने वोट नहीं डाल पाए थे, जो लोकतंत्र के लिए एक गंभीर समस्या है।
इमरान मसूद के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने तीखा पलटवार किया। त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि इमरान मसूद आतंकवादियों का पक्ष ले रहे हैं, जो इंडी एलायंस का एजेंडा बन चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आतंकवादियों के प्रति हमदर्दी दिखाई है और समाजवादी पार्टी (सपा) भी आतंकवादियों को छुड़ाने के लिए कोर्ट तक गई है। त्रिपाठी ने मसूद पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह के बयान लोकतंत्र और देश की सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी हैं। यह विवाद राजनीति में नई बहस का कारण बन गया है, और अब यह देखना होगा कि दोनों दलों के बीच इस मुद्दे पर और क्या प्रतिक्रिया सामने आती है।















