डिजिटल इंडिया अभियान के तहत सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड (CSC SPV) ने वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पिरामल फाइनेंस के सहयोग से सीएससी ने जुलाई 2023 से अब तक देश के दूरदराज़ ग्रामीण इलाकों में वंचित और पिछड़े वर्गों को ₹3,000 करोड़ से अधिक का ऋण वितरित किया है।
देशभर में फैले 5.8 लाख से अधिक ग्रामीण उद्यमियों (VLEs) के माध्यम से यह पहल ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर बनाने और छोटे व्यवसायों को मज़बूत करने में अहम भूमिका निभा रही है। पिछले तीन वर्षों में ऋण वितरण की प्रगति उल्लेखनीय रही है — वित्त वर्ष 2023-24 में ₹86 करोड़, वित्त वर्ष 2024-25 में ₹1,631 करोड़ और 2025-26 में (अगस्त तक) ₹1,300 करोड़ का ऋण वितरित किया गया।
सीएससी के प्रबंध निदेशक और सीईओ संजय कुमार राकेश ने कहा कि यह उपलब्धि डिजिटल रूप से सशक्त समाज निर्माण की दिशा में बड़ा कदम है। वहीं, पिरामल फाइनेंस के मुख्य व्यवसाय अधिकारी जगदीप मल्लारेड्डी ने इसे अंतिम छोर तक ऋण पहुंचाने की दिशा में अहम बताया और ग्रामीण भारत के विश्वास पर आभार जताया।
सीएससी और पिरामल फाइनेंस की साझेदारी से न केवल ऋण की पहुंच आसान और पारदर्शी बनी है, बल्कि उद्यमिता और स्थानीय आर्थिक विकास को भी गति मिली है। यह पहल इस बात का प्रमाण है कि तकनीक और नवाचार आधारित वित्तीय समाधान जमीनी अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में कितने प्रभावी हो सकते हैं।
सीएससी और पिरामल फाइनेंस की पृष्ठभूमि
सीएससी डिजिटल इंडिया पहल का प्रमुख कार्यक्रम है, जिसके जरिए नागरिकों को सरकारी सेवाएं, वित्तीय समाधान, शिक्षा और कौशल विकास तक पहुंच मिलती है। वहीं, पिरामल फाइनेंस एक अग्रणी एनबीएफसी है, जो गृह ऋण, व्यवसायिक ऋण और अन्य वित्तीय सेवाएं देशभर में उपलब्ध कराती है।