Greater Noida: सोचिए, आप डेटिंग ऐप पर किसी से बात कर रहे हैं, दिल की बातें हो रही हैं, और जैसे ही मिलने का प्लान बनता है… सामने निकल आता है तमंचा, चाकू और फिर शुरू होता है डर, धमकी और लूट का खेल! जी हां, ग्रेटर नोएडा में ऐसा ही एक गिरोह पकड़ा गया है, जो ‘गे डेटिंग ऐप’ को हथियार बनाकर मासूमों को फंसाता था, फिर करता था ब्लैकमेलिंग और लूटपाट! ये कहानी कोई फिल्म नहीं, सच्ची वारदात है, जिसमें पुलिस ने चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है – और इनके पास से मिला है अवैध हथियार, चाकू और आईफोन भी।
अब सवाल ये है कि क्या वाकई आज के डेटिंग ऐप्स “डेट” के बहाने डर बेच रहे हैं? और पुलिस की ये गिरफ्तारी कितनों को सबक सिखाएगी? नीचे पढ़िए पूरी कहानी, जानिए कैसे इस डिजिटल रोमांस को बना दिया गया डरावनी ब्लैकमेलिंग की स्क्रिप्ट!
समझिए पूरी कहानी….
ग्रेटर नोएडा पुलिस को बड़ी कामयाबी उस वक्त हाथ लगी, जब उन्होंने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया जो गे डेटिंग ऐप्स के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था। इस गैंग की हरकतें किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं थीं — पहले प्यार का झांसा, फिर प्राइवेट मीटिंग और उसके बाद तमंचा दिखाकर धमकी, वीडियो बनाकर ब्लैकमेल और लूट!
कैसे रचते थे ‘क्राइम का रोमांस’
ये आरोपी पहले गे डेटिंग एप्स पर फेक प्रोफाइल बनाते थे। फिर वहां किसी मासूम को फांसते, उसे मिलने के लिए बुलाते और जब वो शिकार एकांत जगह पर आता — तो वहां उसका इंतज़ार कर रहे होते थे ये ‘लव के नाम पर लूटेरे’। शिकार को घेरकर पहले धमकाया जाता, फिर उसका आपत्तिजनक वीडियो या फोटो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी जाती। इसी डर के सहारे उससे पैसे वसूले जाते।
हाल की वारदात से हुआ खुलासा
बीते दिनों हापुड़ के एक युवक को इसी तरह फंसाकर उससे हथियारों के दम पर बड़ी रकम लूटी गई थी। पीड़ित ने हिम्मत दिखाकर पुलिस में शिकायत की, जिसके बाद दादरी थाना पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए जीटी रोड से चारों आरोपियों को धर दबोचा।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान
- दक्ष
- भूपेंद्र
- जय राघव
- हनी
(सभी आरोपी मूल रूप से दादरी निवासी हैं)
पुलिस को क्या मिला?
- एक अवैध तमंचा
- एक चाकू
- एक आईफोन मोबाइल
इनके कब्जे से आपत्तिजनक चैट, तस्वीरें और ब्लैकमेलिंग से जुड़े डेटा भी मिले हैं, जिसे पुलिस तकनीकी रूप से खंगाल रही है।
पुलिस की चेतावनी
पुलिस ने साफ कहा है कि सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स पर सतर्क रहने की जरूरत है। कोई भी मीटिंग तय करने से पहले पूरी पड़ताल करें, किसी अनजान को प्राइवेट जानकारी न दें और अगर कभी किसी तरह की धमकी या ब्लैकमेलिंग का सामना हो तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
एक सवाल, जो सबके मन में है…
आज प्यार के नाम पर डिजिटल प्लेटफॉर्म का इतना खतरनाक इस्तेमाल — क्या ये चेतावनी नहीं कि हमें अब ‘डिजिटल रोमांस’ से पहले ‘डिजिटल सेफ्टी’ को प्राथमिकता देनी चाहिए?
सावधान रहें, सतर्क रहें और ऐसे गैंग्स से खुद को बचाएं। साथ ही अगर आप या आपके जानने वाले को इस तरह की कोई परेशानी हो, तो न डरें, सीधा कानून का सहारा लें।