समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीतापुर में महात्मा बुद्ध और बाबासाहेब की प्रतिमाओं को हटाने के विवाद को एक बड़ी सियासी साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि यह विवाद प्रशासन के इशारे पर हुआ है, और इसका उद्देश्य शोषित और वंचित समाज की जागरूकता को कमजोर करना है।
अखिलेश यादव ने भाजपा को षड्यंत्रकारी पार्टी बताते हुए आरोप लगाया कि भाजपा समाज में नफरत फैलाती है और सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पीडीए के सम्मान और आरक्षण को छीनने की कोशिश की है और इसने किसानों, नौजवानों, और व्यापारियों के मुद्दों को नजरअंदाज किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार की नीतियों पर हमला करते हुए कहा कि मंहगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार की समस्या चरम पर है। उन्होंने किसानों के साथ धोखा करने और गन्ने के मूल्य में वृद्धि न करने के आरोप लगाए। इसके अलावा, किसानों के बकाए पर भी सवाल उठाए। अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के पीडीए के साथ खड़े होने की बात करते हुए भाजपा के विरोधियों से मुकाबला करने की प्रतिबद्धता जताई।