वाराणसी। उत्तर प्रदेश पुलिस ने साइबर अपराध करने वालो के खिलाफ अभियान चलाकर तबातोड़ कार्रवाई में जुट गई है। प्रदेश के वाराणसी जनपद में अभियान के तहत साइबर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दो कॉल सेंटरों पर छापेमारी किया है। वाराणसी के मलदहिया और लक्सा में फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से लोगों को शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करवाए जाने का झांसा दिया जाता था। छापेमारी में एक महिला समेत 29 साइबर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। वाराणसी पुलिस ने इस गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए। आरोपियों के पास से 54 मोबाईल फोन, लैपटॉप के साथ भारी मात्रा में चेकबुक और एटीम बरामद हुआ है। आरोपियों के पास से भारत के साथ नेपाल के सीम कार्ड बरामद हुए है।
एंजल कंपनी में डिमेट एकाउंट खुलवाने के नाम पर फ्रॉड, अधिक मुनाफे के चक्कर में फंसते थे लोगो…
वाराणसी में फर्जी कॉल सेंटर की आड़ में साइबर अपराधियों का नेटवर्क देश ही नहीं बल्कि नेपाल जैसे देश तक फैला हुआ है। यह देश के दक्षिण भारत और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ज्यादातर लोगों को अपना झांसा देते थे। एंजल कंपनी में एकाउंट खुलवाकर ज्यादा मुनाफा देने के साथ डिमेट एकाउंट खुलवाकर शेयर मार्केट में पैसों को इन्वेस्ट और ट्रेडिंग करने का झांसा देकर लोगो को अपना शिकार बनाते थे। वाराणसी डीसीपी क्राइम सरवण टी के अनुसार साइबर गैंग के सदस्यों की एक नहीं बल्कि तीन से चार नाम रखे जाते थे। फेक नाम से यह लोगो को कॉल करते थे। यह कंपनी में पैसा इन्वेस्ट करने के नाम पर पैसा लेते और अपने एकाउंट में उस पैसे को ट्रांसफर कर अपने सुपर बॉस को भेज देते थे। मामले में अब तक कुल 27 शिकायत साइबर टीम को देशभर से मिली थी, जिसमें करीब 32 लाख रुपए की ठगी की शिकायत की गई। यह दोनों कॉल सेंटर विगत दो साल से वाराणसी में संचालित हो रहा था, ऐसे में यह देशभर में कितने लोगों को इन्होंने झांसा दिया है इसकी भी जानकारी इकठ्ठा की जा रही।

साइबर अपराध में प्रदेश में सबसे बड़ी गिरफ्तारी, एक ही दिन 29 आरोपी गिरफ्तार, मास्टर माइंड गिरफ्त से बाहर…
वाराणसी में साइबर अपराध के मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है। एक साथ वाराणसी के दो कॉल सेंटरों से 29 साइबर गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी हुई है। वही बड़े नेटवर्क का मास्टर माइंड अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है, साइबर पुलिस की टीम मास्टर माइंड की तलाश में जुट गई है। डीसीपी क्राइम सरवण टी ने बताया कि वाराणसी में हुई साइबर अपराधियों का नेटवर्क देशभर में फैला हुआ है, अंतर्राज्यीय गिरोह के रूप में कंपनी के कर्मचारी और सदस्य कार्य कर रहे थे। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में इनके बॉस के बारे में जो जानकारी मिली है वह शेयर मार्केट का बड़ा प्लेयर है, जिसकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल