कौशांबी की चायल विधानसभा से सपा विधायक पूजा पाल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सदन में तारीफ करने के बाद पार्टी से बाहर कर दिया गया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें निष्कासित करने का आदेश दिया। इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों के साथ-साथ आम जनता में भी विवाद और बहस शुरू हो गई है।
भारत समाचार की टीम ने जब लोगों से इस मामले पर प्रतिक्रिया मांगी, तो मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आईं। कुछ लोग पूजा पाल को न्याय का पक्षधर मानते हुए उनकी तारीफ कर रहे हैं, तो वहीं कई लोग उन्हें दल विरोधी ठहरा रहे हैं।
सुनिए क्या सपा से निष्कासन के बाद क्या बोला पाल समाज
वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में कौशांबी के चायल सीट से पूजा पाल ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उनके प्रतिद्वंदी भाजपा और अपना दल (S) के उम्मीदवार नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल थे। उस चुनाव में पूजा पाल ने जीत हासिल कर विधायक बनीं।
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के घटनाक्रम पार्टी के भीतर अनुशासन और नेताओं के व्यक्तित्व पर सवाल उठाते हैं। वहीं आम लोग भी इस निर्णय पर विभाजित नजर आ रहे हैं। इस विवाद ने चायल विधानसभा में राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है।
सपा से निष्कासन के बाद फूटा आम जनता का गुस्सा