कानपुर से समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी आखिरकार 34 महीने बाद जेल से बाहर आ रहे हैं। उनकी रिहाई को लेकर परिवार और समर्थकों में खुशी का माहौल है। मंगलवार सुबह 10 बजे परवाना जेल पहुंचने के बाद रिहाई की प्रक्रिया शुरू हुई।

इरफान सोलंकी की पत्नी और मौजूदा विधायक नसीम सोलंकी अपने दोनों बेटों के साथ उन्हें लेने जेल पहुंचीं। हालांकि सुरक्षा व्यवस्था के चलते बेटों को जेल गेट पर ही रोक दिया गया और केवल पत्नी को अंदर जाने की अनुमति मिली। नसीम सोलंकी ने अंदर जाकर इरफान से मुलाकात की और बाहर आकर कहा कि उनके पति जल्द ही परिवार के बीच होंगे।

परिवार इरफान के कपड़े और जरूरी सामान भी लेकर जेल पहुंचा था, जिसे जेल प्रशासन को सौंपा गया। उनकी रिहाई को देखते हुए जेल के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। करीब 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहे ताकि किसी तरह की अव्यवस्था न हो।

गौरतलब है कि इरफान सोलंकी पर कुल 10 केस दर्ज हैं। वह 2 दिसंबर 2022 से जेल में बंद थे। 7 जून 2024 को कानपुर में एक महिला के प्लॉट पर आगजनी मामले में उन्हें 7 साल की सजा सुनाई गई थी, जिसके चलते उनकी विधायकी भी चली गई थी। इसके बाद उपचुनाव हुआ और उनकी पत्नी नसीम सोलंकी विधायक बनीं।

बीते दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट मामले में इरफान को जमानत दी। यह आखिरी केस था जिसमें उन्हें राहत नहीं मिली थी। दस्तावेज समय पर जेल तक न पहुंचने की वजह से उनकी रिहाई तीन दिन टल गई। आज सभी प्रक्रियाओं के पूरे होने के बाद वह 34 महीने बाद जेल से बाहर आ रहे हैं।

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