नेपाल में लगे सोशल मीडिया बैन के बाद से जारी विरोध प्रदर्शन और हिंसा थमने के आसार हैं। जानकारी मिल रही है कि नेपाल में सोशल मीडिया पर लगे बैन को सरकार ने हटा लिया है। सोशल मीडिया बैन को लेकर शुरू हुए प्रदर्शनों और हिंसा में अबतक 16 लोगों की मौत और 200 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। इन प्रदर्शनों और हिंसा के पीछे जेन-Z यानी 18 से 30 साल के युवा थे।
संसद भवन परिसर को बनाया निशाना
इन विरोध प्रदर्शनों में करीब-करीब 12 हजार से ज्यादा लोग शामिल थे। जिन्होंने नेपाल की संसद भवन परिसर को निशाना भी बनाया। इसी के बाद सेना ने कई राउंड फायरिंग की तब स्थिति पर काबू पाया जा सका। हिंसा करने वालों को देखते ही गोली मार देने के आदेश दिए गए हैं। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और पीएम आवास के बाहर कर्फ्यू लगा दिया गया है।
नेपाल में क्यों बैन हुआ सोशल मीडिया
नेपाल सरकार ने इसी साल 3 सितंबर को 29 सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म बैन कर दिए थे। जानकारी के मुताबिक इन प्लेटफॉर्म ने नेपाल के संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था। इसके लिए मंत्रालय ने 28 अगस्त को आदेश जारी कर 7 दिन का समय दिया था। लेकिन वो समय सीमा भी खत्म हो गई थी।