New Delhi: संसद का बहुप्रतीक्षित मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है, जो 21 अगस्त तक चलेगा। इस 32 दिवसीय सत्र में कुल 21 बैठकें होंगी। सत्र शुरू होने से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मीडिया से रूबरू होंगे।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ट्रंप के बयानों पर घमासान के आसार
सत्र से पहले रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों ने एकजुट होकर सरकार पर दबाव बनाया। विपक्ष ने मांग की है कि ऑपरेशन सिंदूर और अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के हालिया बयानों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को जवाब दें।
हालांकि, सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बयान देंगे, और इस दौरान राज्यसभा में विपक्ष को इससे जुड़े सवाल पूछने की अनुमति दी जाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के बाद, संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सहित सभी मुद्दों पर नियमानुसार चर्चा के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री से जवाब की मांग पर रिजिजू ने कहा कि विदेश यात्राओं को छोड़कर, प्रधानमंत्री सत्र के दौरान हमेशा संसद में रहते हैं, हालांकि उनसे हमेशा सदन में बैठे रहने की उम्मीद नहीं की जा सकती। उन्होंने यह भी बताया कि जब भी सत्र चल रहा होता है, केंद्रीय मंत्री अपने विभागों से जुड़े प्रश्नों पर जवाब देने के लिए उपलब्ध रहते हैं।
सत्र में पेश होंगे महत्वपूर्ण विधेयक
संसद के मानसून सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस सांसद जयराम रमेश, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, जेपी नड्डा और अन्य दलों के नेताओं सहित कुल 54 लोग शामिल हुए। सरकार के सूत्रों के अनुसार, इस सत्र में आठ नए और नौ लंबित विधेयक पेश करने की योजना है।
रिजिजू ने बताया कि बैठक में सरकार ने संसद के सुचारु संचालन के लिए विपक्ष का सहयोग मांगा और उम्मीद जताई कि आगामी सत्र पूरी तरह से उत्पादक होगा। उन्होंने जोर देकर कहा, “हम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ समेत किसी भी विषय पर चर्चा से भाग नहीं रहे हैं। ये सभी विषय देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। लेकिन कोई भी बहस नियमों के दायरे में ही होगी।” कम सांसदों वाले दलों को भी बोलने के लिए पर्याप्त समय देने की मांग पर रिजिजू ने आश्वासन दिया कि सभी को पर्याप्त समय देने की कोशिश की जाएगी।