Johnnie Walker Whisky: शराब पीने के बहुत से लोग शौकीन होते है….हालाकि हम तो यहीं करेंगे कि शराब सेहत के लिए हानीकारक होती है…फिर भी कई लोग शराब के शौकीन होते हैं….और कोई भी मौसम हो,शराब पीना बंद नहीं करते हैं…ऐसे में हम आपको बतातें कि शराब की इतनी सारी वैरायटी में भी कौन सी शराब सबसे मंहगी है….ऐसा कौन सा शराब का ब्रांड है जिसे लग्जरी माना जाता है….और ऐसा क्या हैं इसमें जिसे पीने के बाद लोगों के चेहरे पर खुशी आ जाती है…..तो चलिए ये सबकुछ हम आपको बतातें है….
किसी खास जश्न या अवसर पर लोग अक्सर शैम्पेन या बेहतरीन वाइन का चयन करते हैं, लेकिन अगर बात हो लंबे समय तक याद रहने वाले तोहफे की, तो जॉनी वॉकर ब्लू लेबल से बेहतर कुछ नहीं। यह दुनिया की सबसे लोकप्रिय स्कॉच व्हिस्की है, जिसे अपनी प्रीमियम क्वालिटी और विलासिता के लिए जाना जाता है।
जॉनी वॉकर ब्लू लेबल की खासियत
मास्टर ब्लेंडर डॉ. एम्मा वॉकर के अनुसार, जॉनी वॉकर ब्लू लेबल विलासिता का प्रतीक है, जिसे उच्चतम गुणवत्ता वाली व्हिस्की बनाने के कौशल से तैयार किया गया है। यह हर पार्टी, हर जश्न और हर रेस्त्रां की शान है। ब्लू लेबल प्रीमियम व्हिस्की की वह श्रृंखला है जो पुरानी और दुर्लभ व्हिस्की का बेहतरीन मिश्रण पेश करती है। इसके अलावा, जॉनी वॉकर की रेड लेबल और ब्लैक लेबल भी दुनिया की सबसे लोकप्रिय ब्लेंडेड व्हिस्की में शामिल हैं।
जॉनी वॉकर का इतिहास
जॉन वॉकर का जन्म 25 जुलाई 1805 को स्कॉटलैंड के किल्मरनॉक के पास टोड्रिग्स फॉर्म में हुआ था। 1819 में अपने पिता की मृत्यु के बाद, मात्र 14 वर्ष की उम्र में उन्होंने 1820 में किल्मरनॉक में एक किराने की दुकान में निवेश किया। 1825 तक वे रम, ब्रांडी, जिन और व्हिस्की बेचने लगे, भले ही खुद शराब न पीते थे। 1850 में उन्होंने ब्लेंडेड माल्ट का अपना ब्रांड ‘वॉकर्स किल्मरनॉक व्हिस्की’ लॉन्च किया। हालांकि 1852 में किल्मरनॉक की बाढ़ ने उनके स्टॉक को नष्ट कर दिया, जिससे परिवार का व्यवसाय मुश्किल में पड़ गया। 1856 में उनके पुत्र अलेक्जेंडर वॉकर ने व्यवसाय में शामिल होकर ‘जॉन वॉकर एंड संस कंपनी’ बनाई और 1857 में जॉन वॉकर के निधन के बाद कंपनी की जिम्मेदारी संभाली।