आजकल बॉलीवुड में कई सेलिब्रिटी हैं जो अपना भौकाल जमाने के लिए सोशल मीडिया पर सेना के साथ तस्वीरें पोस्ट करते हैं, मगर रील लाइफ से हटकर रियल लाइफ में बॉर्डर पर जाकर सेना के साथ लड़ने की बात हो तो आगे कोई नहीं दीखता। मगर उनमें से एक ऐसा बॉलीवुड स्टार भी है, जो फिल्मी दुनिया से बाहर जाकर असली हीरो बना और अपनी बहादुरी को कभी प्रचारित नहीं किया। जी हां, हम बात कर रहें हैं नाना पाटेकर की, जिसने कारगिल युद्ध में लड़ाई तो लड़ी, लेकिन कभी इस वीरता का दावा या दिखावा नहीं किया। चलिए जानते है आखिर ये पूरा मामला क्या है…?
सेना में शामिल होने के लिए खुद की कोशिश
क्या आप जानते हैं कि नाना पाटेकर को सेना में भर्ती होने के लिए खुद रक्षा मंत्री से मिलने की जरूरत पड़ी थी? दरअसल, उन्हें सेना में शामिल होने की अनुमति नहीं मिल रही थी, लेकिन नाना पाटेकर ने हार नहीं मानी। उन्होंने खुद रक्षा मंत्री से मिलकर अपनी इच्छा जाहिर की और अंततः उन्हें कारगिल युद्ध में जाने की इजाजत मिली। नाना पाटेकर का यह साहस और देश के प्रति समर्पण उनके फिल्मी किरदारों से कहीं ज्यादा सच्चा था।
बिना प्रचार के किया देश की सेवा
नाना पाटेकर ने कभी अपनी बहादुरी का प्रचार नहीं किया। न तो उन्होंने कोई किताब लिखी और न ही कभी मीडिया के सामने अपनी वीरता का दावा किया। उनके लिए देश की सेवा ही सबसे बड़ी बात थी। जबकि आजकल कुछ सेलिब्रिटी सेना के कैंप में जाकर महज एक फोटो खिंचवाकर अपनी बहादुरी का प्रचार करते हैं, नाना पाटेकर ने असल में अपनी जान की बाजी लगाई और कारगिल में युद्ध लड़ा।
बिना दिखावे के देश के लिए काम करना
नाना पाटेकर का यह शौर्य बॉलीवुड के तमाम शो-ऑफ वाले सितारों के लिए एक बड़ी सीख है। जब कुछ सितारे सोशल मीडिया पर सेना के साथ अपनी तस्वीरें पोस्ट करते हैं, नाना पाटेकर ने बिना किसी प्रचार के असल शौर्य दिखाया। वो एक सच्चे सैनिक थे, जिन्होंने कभी अपने संघर्ष की चर्चा नहीं की।
नाना पाटेकर और बॉलीवुड के अन्य सितारों में अंतर
आजकल के कुछ बॉलीवुड सितारे अपने प्रचार के लिए कभी सेना के कैंप में जाते हैं तो कभी अन्य सैनिकों के साथ तस्वीरें खिंचवाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नाना पाटेकर ने अपने असली संघर्ष के बारे में कभी किसी से कुछ नहीं कहा? उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी में यही सिखाया कि असली बहादुरी दिखावे से नहीं, बल्कि अपने काम से होती है।
नाना पाटेकर: असली हीरो
नाना पाटेकर न केवल बॉलीवुड के एक बेहतरीन अभिनेता हैं, बल्कि वह एक सच्चे नायक भी हैं। उन्होंने कारगिल युद्ध में भाग लिया और देश की सेवा की। उनके बारे में शायद ही कभी किसी ने सुना हो, लेकिन यही उनका असली शौर्य है। बिना किसी प्रचार के, बिना किसी तामझाम के, नाना पाटेकर ने वही किया जो कोई असली नायक करता है: देश के लिए लड़ा।