आगरा: जिले के मलपुरा थाना क्षेत्र में दो युवकों ने पुलिस को शिकायत दी कि उन्हें विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखा दिया गया और कंबोडिया भेजकर बंधक बनाया गया। युवकों ने बताया कि वहां उन्हें डिजिटल अरेस्ट, ओटीपी और लॉटरी जैसी योजनाओं में साइबर ठगी कराने के लिए मजबूर किया गया।
पीड़ितों ने कहा कि उन्होंने काम करने से मना किया तो उन्हें बंधक बना लिया गया और उनके साथ साढ़े तीन-तीन लाख रुपये की वसूली की गई। पैसे देने के बाद ही उन्हें घर लौटने की अनुमति मिली। आगरा लौटने के बाद युवकों ने पुलिस से गुहार लगाई और पूरा मामला सामने आया।
थाना मलपुरा पुलिस ने युवकों की शिकायत पर केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश तेज कर दी है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में अजय शुक्ला समेत अन्य लोगों ने युवकों से बड़ी राशि वसूली थी। इसके अलावा पता चला कि पहले से कई भारतीय इसी तरह की साइबर ठगी में शामिल थे।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरोह डिजिटल तकनीक और साइबर ट्रिक्स का इस्तेमाल कर युवाओं को फंसाता था और विदेश में बंधक बनाकर उन्हें अवैध काम करने के लिए मजबूर करता था। पुलिस ने सभी नागरिकों से सतर्क रहने और विदेश में नौकरी के झांसे में आने से बचने की अपील की है।
आगरा पुलिस की जांच जारी है और आरोपियों को जल्द पकड़ने के लिए स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कदम उठाए जा रहे हैं। इस घटना ने युवाओं और उनके परिवारों के लिए चेतावनी का काम किया है कि नौकरी के नाम पर आने वाले धोखों से सावधान रहें।