भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, 28 मार्च 2025 तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 6.596 अरब डॉलर की साप्ताहिक वृद्धि के साथ 665.396 अरब डॉलर पर पहुँच गया, जो पिछले पांच महीनों में सबसे अधिक साप्ताहिक वृद्धि है।
पिछले तीन हफ्तों में कुल मिलाकर 20.1 अरब डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई है। विशेषज्ञों के मुताबिक, पहले के गिरावट के पीछे भारतीय शेयर बाजारों में निवेशकों के भरोसे में आई कमजोरी एक मुख्य कारण थी।
इस दौरान स्वर्ण भंडार 77.793 अरब डॉलर और विदेशी मुद्रा संपत्ति 565.014 अरब डॉलर के स्तर पर दर्ज की गई।
रुपये ने भी डॉलर के मुकाबले 0.6% की सराहना की है, जिसे विदेशी निवेशकों के लौटते विश्वास का संकेत माना जा रहा है।
वर्तमान भंडार भारत के अनुमानित 10 से 11 महीने के आयात को कवर करने के लिए पर्याप्त है।
वर्ष 2023 में भारत ने 58 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार जोड़ा था, जबकि 2022 में 71 अरब डॉलर की गिरावट आई थी। 2024 में अब तक 20 अरब डॉलर से अधिक की बढ़ोतरी हो चुकी है।
RBI आमतौर पर रुपये की अधिक गिरावट या मजबूती को नियंत्रित करने के लिए डॉलर खरीदने या बेचने के माध्यम से हस्तक्षेप करता है।