उत्तर प्रदेश एटीएस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए वाराणसी से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने वाले तुफैल को गिरफ्तार किया है। वहीं नोएडा से मोहम्मद हारून को भी हिरासत में लिया गया है। दोनों संदिग्धों पर देशविरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने और पाकिस्तान के लिए संवेदनशील जानकारी साझा करने का आरोप है।
एटीएस जांच में सामने आया है कि तुफैल और हारून का मकसद ‘गजवा-ए-हिंद’ की विचारधारा को फैलाना था। तुफैल आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से जुड़ा हुआ था और वह मौलाना शाद रिजवी के भड़काऊ वीडियो शेयर करता था। इसके साथ ही वह सोशल मीडिया के माध्यम से बाबरी मस्जिद का बदला लेने और शरीयत कानून लागू करने जैसे उग्र संदेश फैलाता था।
गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसियों को तुफैल के फोन से कई चौंकाने वाले सबूत मिले हैं। उसने राजघाट, नमो घाट, ज्ञानवापी मस्जिद और लाल किला जैसी महत्वपूर्ण जगहों की तस्वीरें पाकिस्तान भेजी थीं। इसके अलावा वह लगातार पाकिस्तानी नंबरों पर अहम जानकारियां साझा कर रहा था।
एटीएस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है और इनके नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। जांच एजेंसियों को संदेह है कि यह मामला किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है। सुरक्षा एजेंसियां पूरे नेटवर्क का पता लगाने में जुटी हैं।