वाराणसी : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में वर्ष 2024 में सबसे चर्चित सामूहिक हत्याकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। भदैनी हत्याकांड के नाम से चर्चित मामले में हत्या के आरोपी 1 लाख रुपए का इनामिया अभियुक्त विशाल उर्फ विक्की गुप्ता को गुरुवार को वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हत्यारोपी के गिरफ्तार होने के बाद एक साथ पांच लोगों के हत्या किए जाने के पीछे कई रोचक तथ्य पुलिस के सामने आया है। पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने अपने चाचा राजेंद्र गुप्ता, चाची नीतू और उनके तीन बच्चों को मौत के घाट उतारने के पीछे 25 साल पहले मां -पिता और दादा के हत्या का बदला बताया है। वही इस पूरे हत्याकांड की साजिश में अभियुक्त विशाल गुप्ता ने अपने भाई के शामिल होने की बात स्वीकारा। पुलिस ने एक लाख के इनामिया विशाल गुप्ता और उसके भाई प्रशांत गुप्ता उर्फ जुगनू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

5 नवंबर को हुई थी दो स्थानों पर गोली मारकर 5 लोगों की निर्मम हत्या, पुलिस भी हत्या को लेकर हो गई थी कंफ्यूज

वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र में 5 नवम्बर को एक मकान में चार लोगों के गोली मारकर हत्या का मामला सामने आया था। भदैनी स्थित मकान में मां, बेटी और दो बेटों की का शव मिला था। पहले शक जताया जा रहा था कि हत्या कांड के पीछे राजेंद्र गुप्ता का हाथ है, लेकिन चंद घंटों के बाद ही करीब 20 किलोमीटर दूर राजेंद्र गुप्ता का भी अर्धनग्न अवस्था में मिली। एक ही परिवार के पांच लोगों का शव मिलने से पूरे शहर में सनसनी फैल गई। वही पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी तो मामले में राजेंद्र के भतीजे विशाल गुप्ता का नाम सामने आया। 25 साल पहले अभियुक्त विशाल गुप्ता के माता -पिता और दादा के हत्या का आरोप मृतक राजेंद्र गुप्ता पर लगा था। ऐसे में पुलिस विशाल गुप्ता को ढूंढने में जुट गई, लेकिन विशाल गुप्ता पुलिस को ढाई महीने तक नहीं मिला।

साइबर एक्सपर्ट है आरोपी विशाल गुप्ता, इंस्ट्राग्राम और सोशल मीडिया से करता था भाई से संपर्क

वाराणसी में हुए सामूहिक हत्याकांड के आरोपी को ढूंढने के लिए पुलिस की कई टीम उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक सहित करीब 5 राज्यों में तलाश जारी रखा। इसके बावजूद भी पुलिस का हाथ खाली रहा, लेकिन पुलिस इस मामले को लेकर पुलिस की टीम आरोपी के भाई और रिश्तेदारों पर सर्विलांस के माध्यम से नजर बनाई हुई थी। ऐसे में गुरुवार को साइबर पुलिस को अभियुक्त के भाई के सोशल एकाउंट पर किसी के द्वारा पैसे मांगने और मिलने की बात कही गई। ऐसे में पुलिस टीम भी एक्टिव हुई और जैसे ही अभियुक्त का भाई प्रशांत गुप्ता उससे मिलने और पैसे देने के लिए मिला वैसे ही मौके पर पहुंची पुलिस टीम भी हैरान रह गई। प्रशांत किसी और से नहीं बल्कि अपने भाई एक लाख के इनामिया विशाल गुप्ता से मिलने और पैसे देने के लिए पहुंचा था। पुलिस ने तत्काल विशाल गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। हत्याकांड का खुलासा करते हुए वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि आरोपी विशाल गुप्ता ने हत्याकांड के लिए दो साल से अपने भाई प्रशांत के साथ मिलकर योजना बना रहा था। इसके लिए इसने बिहार से पिस्टल खरीदा और 5 नवंबर 2024 को हत्याकांड को अंजाम दिया। वह अपने पास कोई मोबाइल फोन नहीं रखता, लेकिन अपने लैपटॉप से फेक सोशल मीडिया एकाउंट से एक्टिव रहकर अपने भाई से संपर्क में था। फिलहाल इस हत्या के पीछे पुरानी रंजिश और पुराने हत्याकांड का बदला बताया जा रहा है, लेकिन पुलिस की टीम आरोपी को कस्टडी में लेकर और भी जानकारी लेगी।

रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल

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