वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद में लखनऊ STF और वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। बुधवार को संयुक्त कार्रवाई में मुखबिर की सूचना पर अवैध हथियार फैक्ट्री पर छापेमारी किया गया। मौके से कई हथियार और जिंदा कारतूस बरामद हुए। पुलिस के अनुसार हथियार बनाने की फैक्ट्री और तस्करी की सूचना पर यह कार्रवाई की गई। सबसे पहले तस्करी के लिए हथियार ले जा रहे एक तस्कर को वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया। वही उसकी निशानदेही पर सारनाथ में बनाए जा रहे हथियार की फैक्ट्री पर छापेमारी की गई। हालांकि हथियार बनाने वाले मौके से फरार हो गए, लेकिन छापेमारी में कई प्रतिबंधित हथियार के साथ जिंदा कारतूस और हथियार बनाने वाले उपकरण को बरामद किया गया है।
पूर्वांचल सहित महाराष्ट्र के साथ अन्य राज्यों में होती थी सप्लाई, कुख्यात तस्कर हुआ गिरफ्तार
सारनाथ में हथियार फैक्ट्री पर हुई छापेमारी को लेकर वाराणसी कमिश्नरेट के वरुणा जोन के डीसीपी प्रमोद कुमार ने बताया कि STF मुख्यालय लखनऊ और कैंट के थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्रा की संयुक्त कार्रवाई में कुख्यात तस्कर मिठाईलाल पासवान को गिरफ्तार किया गया। यह कैंट रेलवे स्टेशन पर हथियार की डिलीवरी करने के लिए पहुंचा था। गिरफ्तारी के बाद फैक्ट्री के बारे में जानकारी देते हुए मौके पर ले गया। जहां पुलिस टीम को तीन 9MM पिस्टल, 32बोर रिवाल्वर के साथ AK 47 सहित कई प्रतिबंधित हथियारों के दर्जनभर से अधिक जिंदा कारतूस बरामद हुए है। वही हथियार और कारतूस को बनाने में प्रयुक्त होने वाले उपकरणों को बरामद कर कब्जे में लिया गया। फिलहाल पुलिस टीम गिरफ्तार तस्कर के खिलाफ विधिक कार्रवाई कर अन्य जानकारी जुटाने में लगी हुई है। इसमें मुख्य रूप से तस्कर द्वारा किसे डिलीवरी के लिए हथियार ले जाया जा रहा था, अब तक किन – किन लोगों को हथियार सप्लाई किया गया। कितने लोग तस्कर के गिरोह में कार्य करते थे और इनका और कहा कहा ठिकाना है, इस बारे में जानकारी इकठ्ठा किया जा रहा है।
कारतूस पर विदेशी लेवल लगाकर होती थी तस्करी, बाजार से सस्ते दाम में हथियार उपलब्ध…
वाराणसी में बरामद हुए अवैध हथियार और कारतूस के साथ हथियारों को बनाए जाने वाले उपकरणों और उसकी तस्करी के बारे में कैंट क्षेत्र के एसीपी नितिन तनेजा ने बताया कि तस्कर अवैध देशी हथियार को विदेशी हथियार बनाकर बेचते। इसमें मुख्य रूप हथियार में उपयोग होने वाली कारतूसों पर देखा आज्ञा की चाइना, ताइवान और USA जैसे देशों के नाम का लेवल लगाकर तस्करी किया जाता है। इसके पीछे देशी कारतूस और हथियार को विदेश बताकर कम दाम में सप्लाई करना था, जिससे इनके द्वारा बनाए गए हथियार और कारतूस तुरंत बिक जाए। पुलिस की टीम हथियार बनाए जाने वाले सभी उपकरणों को जब्त कर लिया है। वही तस्कर के अन्य साथियों की जानकारी लेकर उन्हें भी गिरफ्तार करने की कोशिश जारी है।
रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल