लखनऊ के महिंगवा थाना क्षेत्र के खंतरी गांव में अंबेडकर प्रतिमा की स्थापना को लेकर भारी विवाद उत्पन्न हो गया है। ग्रामीणों ने तीन दिन पहले ग्राम प्रधान के प्रस्ताव पर मूर्ति स्थापित की थी, लेकिन प्रशासन इसे बिना अनुमति बताया और हटाने की कोशिश में जुट गया। इसके विरोध में सैकड़ों ग्रामीण पहाड़पुर चौराहे पर धरना दे रहे हैं। पुलिस और पीएसी बल तैनात है, वहीं ग्रामीण लोहे की रॉड और डंडों के साथ डटे हुए हैं।
तनावपूर्ण माहौल में पुलिस और ग्रामीण आमने-सामने हैं। पुलिस पर प्रधान प्रतिनिधि को हिरासत में लेने और मोबाइल बंद रखने का आरोप है। बातचीत की कोशिश नाकाम रही और ग्रामीणों ने रास्ता ब्लॉक कर दिया है। बवाल में एक दर्जन लोग घायल हुए हैं, कई पुलिसकर्मी भी चोटिल हैं। प्रशासन स्थिति को शांत करने का प्रयास कर रहा है।
क्या है मामला
गांववालों ने पहाड़पुर चौराहे पर भारी संख्या में इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। ग्रामीण अंबेडकर प्रतिमा को किसी भी हाल में न हटाने की बात पर अड़े हैं। दूसरी ओर प्रशासन मूर्ति को हटाने पर अड़ा हुआ है, जिससे दोनों पक्षों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है।
पुलिस-प्रशासन मौके पर तैनात
मौके पर कई थानों की पुलिस, पीएसी और एसडीएम की टीमें तैनात हैं। गांव की ओर आने वाले रास्तों को ग्रामीणों ने लोहे की जाल लगाकर पूरी तरह ब्लॉक कर दिया है। पुलिस जब ग्रामीणों से बातचीत करने पहुंची, तो उन्हें गांव वालों ने लौटा दिया।
ग्रामीणों का विरोध और आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि को तीन घंटे से हिरासत में ले रखा है और उनके मोबाइल भी स्विच ऑफ हैं। लोग हाथों में डंडे और लोहे की रॉड लेकर सड़कों पर डटे हैं।
झड़प और घायलों की संख्या
घटना में अब तक लगभग एक दर्जन लोग घायल हो चुके हैं, जिसमें कई पुलिसकर्मी और ग्रामीण शामिल हैं। हालात अब भी तनावपूर्ण हैं, लेकिन जिला प्रशासन वार्ता कर स्थिति को शांत करने की कोशिश कर रहा है।
प्रशासन का पक्ष
प्रशासन का कहना है कि बिना अनुमति मूर्ति लगाना नियम के खिलाफ है और इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। वहीं ग्रामीण मूर्ति को हटाने से साफ इनकार कर रहे हैं।