लंबे समय से प्रतीक्षित गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य अब पूर्ण हो चुका है। करीब 5,876 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह एक्सप्रेसवे शीघ्र ही आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा, जिससे यूपी के पूर्वी जिलों को राजधानी लखनऊ से तेज और सुगम कनेक्टिविटी मिल सकेगी।
1,250 करोड़ की लागत से आजमगढ़ में तैयार हुआ हिस्सा
आजमगढ़ जनपद में इस एक्सप्रेस-वे का लगभग 1,250 करोड़ रुपये का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। सीधा लाभ आजमगढ़, गोरखपुर, संत कबीरनगर और अंबेडकरनगर जैसे जिलों को मिलेगा। राजधानी तक की यात्रा में समय की बड़ी बचत होगी और भारी ट्रैफिक से निजात मिलेगी।
91 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे, मिलेगा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से कनेक्शन
यह एक्सप्रेसवे जैतपुर (जलालपुर तहसील) से शुरू होकर सलारपुर (आजमगढ़) तक जाएगा, जहां यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के 191 और 192 किमी पॉइंट पर जुड़ता है। कुल 91.352 किमी लंबा यह मार्ग, लोगों के लिए काफी उपयोगी साबित होगा।
जलालपुर व आलापुर की 37 ग्राम पंचायतों को मिलेगा सीधा लाभ
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे जलालपुर और आलापुर तहसीलों के 37 गांवों से होकर गुजरता है, जिससे वहां की ग्रामीण जनता को भी सीधी कनेक्टिविटी और तेज़ आवाजाही की सुविधा मिलेगी। यह क्षेत्र अब विकास की मुख्यधारा से जुड़ेगा।
43 किलोमीटर हिस्सा अंबेडकरनगर से होकर गुजरा, Dileep Buildcon को मिली जिम्मेदारी
इस एक्सप्रेसवे का 43 किलोमीटर हिस्सा अंबेडकरनगर जिले से होकर गुजरता है। इसकी निर्माण जिम्मेदारी दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड (Dilip Buildcon) को सौंपी गई थी, जिसने हाल ही में इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया है और UPIDA (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण) को रिपोर्ट भी सौंप दी गई है।
क्या होगा लाभ?
- राजधानी लखनऊ तक का सफर अब पहले से तेज़ और सुविधाजनक होगा
- ट्रैफिक जाम से राहत, कम ईंधन खर्च
- औद्योगिक और आर्थिक विकास को मिलेगा नया बल
- आसपास के गांवों को रोड नेटवर्क से सीधा फायदा