भारतीय रेलवे ने अपनी Clean Train Station (CTS) स्कीम को नए स्वरूप में लागू करने का फैसला लिया है, जिसके तहत अब ट्रेनों की हाइटेक सफाई मात्र 10 मिनट में की जाएगी। इस योजना के तहत न केवल साफ-सफाई की प्रक्रिया में तकनीकी सुधार किए जा रहे हैं, बल्कि स्टाफ के लिए भी नई यूनिफॉर्म और बैटरी-चालित मशीनों की व्यवस्था की जा रही है।

रेल मंत्रालय की ओर से 12 जून को सभी जोनल रेलवे महाप्रबंधकों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि CTS योजना को 20 प्रमुख लोकेशनों पर लागू किया जाएगा। इसका लक्ष्य है 683 ट्रेनों की सफाई को व्यवस्थित और दक्ष बनाना, बिना ट्रेन के संचालन में बाधा पहुंचाए।

क्या है CTS योजना?

CTS योजना की शुरुआत अक्टूबर 2002 में की गई थी, जिसका उद्देश्य था यात्रियों को बेहतर साफ-सुथरे कोच और शौचालय मुहैया कराना। इसके तहत ट्रेनों के रूट पर चयनित स्टेशनों पर रुकते समय मैकेनाइज़्ड क्लीनिंग की जाती है। अब इसे पूरी तरह आधुनिक और तेज़ बनाने के लिए फिर से डिज़ाइन किया गया है।

सफाई के नए उपकरण और व्यवस्थाएं

नई योजना के तहत हर दो कोचों के चार शौचालयों की सफाई के लिए दो कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा। इन्हें जो सुविधाएं मिलेंगी, उनमें शामिल हैं….

  • बैकपैक-टाइप, बैटरी से चलने वाली हाई प्रेशर जेट क्लीनिंग मशीन
  • 10–15 लीटर की पानी टैंक कैपेसिटी
  • बैटरी से चलने वाले पोर्टेबल वैक्यूम क्लीनर
  • फ्लोर वाइपिंग के लिए एब्सॉर्बेंट मॉप्स
  • वॉशबेसिन ब्रश और केमिकल बॉटल्स रखने के लिए यूनिफॉर्म में जेबें

मात्र 10 मिनट में पूरी होगी सफाई प्रक्रिया

रेल मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि पूरे सफाई ऑपरेशन — जिसमें क्लीनिंग, यात्रियों का चढ़ना-उतरना, और पानी भरना शामिल है — को 10 मिनट के भीतर पूरा करना अनिवार्य होगा।

ट्रायल के बाद आई नई व्यवस्था

उत्तर रेलवे द्वारा हाल ही में किए गए एक पायलट ट्रायल के बाद रेलवे बोर्ड ने सभी पहलुओं की समीक्षा की — जैसे वर्कस्टेशन का पुनर्निर्धारण, समय लेने वाली प्रक्रियाओं को सरल बनाना, और नए उपकरणों का समावेश। इस समीक्षा के बाद, बोर्ड की मंजूरी से यह तय हुआ कि 20 स्थानों पर इसे लागू किया जाएगा।

किन स्टेशनों पर होगा लागू?

नई CTS योजना को 8 ज़ोन में 20 स्टेशनों पर लागू किया जाएगा, जिनमें प्रमुख स्टेशन हैं…..

  • पटना, पाटलिपुत्र (बिहार)
  • बदरपुर, लमडिंग (असम)
  • वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
  • भटिंडा (पंजाब)
  • पुरानी दिल्ली स्टेशन
  • छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश)
  • काचीगुड़ा (हैदराबाद)
  • रांची (झारखंड)

कुछ प्रमुख ट्रेनों की सफाई की व्यवस्था इस प्रकार होगी….

  • पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस — पाटलिपुत्र पर
  • कामाख्या एक्सप्रेस — पटना स्टेशन पर
  • कांचनजंघा एक्सप्रेस — लमडिंग पर
  • कोयंबटूर एक्सप्रेस — बदरपुर पर

भारतीय रेलवे की यह नई पहल न केवल सफाई व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी, बल्कि यात्रियों को बेहतर अनुभव भी देगी। 10 मिनट में हाइटेक क्लीनिंग के साथ रेलवे अब गति और गुणवत्ता दोनों में सुधार लाने की ओर अग्रसर है।

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